तेल की बढ़ती कीमतों पर सोनिया गांधी ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी, कहा- लोगों की तकलीफ बढ़ा मुनाफाखोरी कर रही सरकार

कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने आज (रविवार) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसको लेकर पत्र लिखा है। चिट्ठी में उन्होंने लिखा, 'प्रधानमंत्री जी, आशा है आप सकुशल होंगे।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। तेल की बढ़ती कीमतों पर विपक्षी दल लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने आज (रविवार) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसको लेकर पत्र लिखा है। चिट्ठी में उन्होंने लिखा, 'प्रधानमंत्री जी, आशा है आप सकुशल होंगे। मैं यह पत्र आपको आसमान छूती तेल और रसोई गैस की कीमतों से हर नागरिक के लिए उत्पन्न गहन पीड़ा एवं संकट से अवगत कराने के लिए लिख रही हूं। एक तरफ, भारत में रोजगार खत्म हो रहा है, कर्मचारियों का वेतन घटाया जा रहा है और घरेलू आय निरंतर कम हो रही है वहीं दूसरी तरफ, मध्यम वर्ग एवं समाज के आखिरी हाशिए पर रहने वाले लोग रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।'

कांग्रेस अध्यक्ष अपने पत्र में लिखा है कि कीमतें ऐतिहासिक एवं अव्यावहारिक हैं। ईंधन के बढ़े दाम वापस लिए जाएं और इसका लाभ हमारे मध्यम एवं वेतनभोगी वर्ग, किसानों, गरीबों तक पहुंचाया जाए। सोनिया गांधी ने कहा कि जिस तरह जीडीपी गोता खा रही है और ईंधन के दाम बेतरतीब बढ़ रहे हैं, सरकार अपने आर्थिक कुप्रबंधन का ठीकरा पिछली सरकारों पर फोड़ने में लगी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार लोगों की तकलीफों को बढ़ाकर मुनाफाखोरी कर रही है।


उन्होंने आगे कहा कि ईंधन के दाम इस समय ऐतिहासिक रूप से अधिकतम ऊंचाई पर हैं, जो पूरी तरह अव्यवहारिक हैं। यह तथ्य है की देश के कई हिस्सों में पेट्रोल के दाम 100 रु. प्रति लीटर को भी पार कर गए हैं। डीजल के निरंतर बढ़ते दामों ने करोड़ों किसानों की परेशानियों को और अधिक बढ़ा दिया है। देश के तमाम नागरिक इस बात से परेशान हैं कि यह बढ़ोतरी ऐसे समय पर की जा रही है, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें मध्यम स्तर पर ही हैं। सही बात तो यह है कि कच्चे तेल की ये कीमतें यूपीए सरकार के कार्यकाल से लगभग आधी हैं।''

सोनिया गांधी ने सवाल उठाते हुए पूछा कि मैं यह नहीं समझ पा रही कि कोई सरकार लोगों की कीमत पर उठाए ऐसे बेपरवाह और असंवेदनशील उपायों को कैसे सही ठहरा सकती है? आपकी सरकार ने डीजल पर एक्साईज ड्यूटी को 820 फीसदी और पेट्रोल को 258 प्रतिशत बढ़ाकर पिछले साढ़े छः साल में 21 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कर वसूली की है। ईंधन के दामों पर करों के रूप में की गई इस मुनाफाखोरी का देश के लोगों को कोई लाभ नहीं मिला।


बता दें कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज 13वें दिन राहत मिली है। आज कीमतों में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गई है। कल शनिवार को दिल्ली में पेट्रोल 39 पैसे प्रति लीटर चढ़ कर 90.58 रुपये पर चला गया था। डीजल भी 37 पैसे का छलांग लगा कर 80.97 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। आज दिल्ली में पेट्रोल का रेट 90.58 रुपये और डीजल का भाव 80.97 रुपये है।

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