फिल्म ‘पद्मावती’ पर बढ़ा विवाद, करणी सेना का दावा, 12 नवंबर को लाखों लोग करेंगे विरोध-प्रदर्शन 

करणी सेना और राजस्थान के राजघराने फिल्म ‘पद्मावती’ के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग कर रहे है। करणी सेना का दावा है कि 12 नवंबर को गुजरात के गांधीनगर में करीब 1 लाख लोग सरकार के सामने विरोध करेंगे।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

फिल्म ‘पद्मावती’ पर शुरू हुआ विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। एक ओर सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है तो दूसरी ओर ‘पद्मावती’ के खिलाफ राजस्थान के पूर्व राजघराने एक साथ विरोध में उतर आए हैं। करणी सेना और राजघराने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। ‘पद्मावती’ की रिलीज के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। करणी सेना का दावा है कि 12 नवंबर को गुजरात के गांधीनगर में करीब 1 लाख लोग सरकार के सामने विरोध करेंगे।

फिल्म ‘पद्मावती’ और उसके गाने को लेकर उठे विवादों के बीच दूसरा गाना भी रिलीज हो गया है।

6 पूर्व राजघरानों ने फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इतिहास नहीं पढ़ा है और फिल्म में रानी पद्मावती को गलत तरीके से पेश किया है। पूर्व राजपरिवार के सदस्यों ने सेंसर बोर्ड पर भी सवाल उठाते हुए पूछा कि अगर किसी फिल्म में पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में गलत तथ्यों को दिखाया जाए तो क्या सेंसर बोर्ड इसे पास करेगा? अगर नहीं तो फिर फिल्म ‘पद्मावती’ को सेंसर बोर्ड ने कैसे पास कर दिया?

पूर्व राजघराने की पद्मिनी देवी और दीया कुमारी ने फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि फिल्म ‘पद्मावती’ को रिलीज करने से पहले हमें दिखाने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन ऐसा उन्होंने नहीं किया। फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की गई तो हम राजस्थान में इसका प्रदर्शन नहीं होने देंगे।

इस मामले में ‘धरोहर बचाओ समिति’ के संरक्षक भारत शर्मा का कहना है कि फिल्म निर्माता को तथ्यों से छेड़छाड़ की आजादी नहीं है।

करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने भी कहा कि फिल्म ‘पद्मावती’ में अलाउद्दीन खिलजी के साथ वाले स्वप्न दृश्य को दिखाया गया तो इसे राजस्थान में रिलीज होने नहीं दिया जाएगा।

करणी सेना ने सिनेमा हॉल मालिकों को पत्र लिखकर ‘पद्मावती’ का प्रदर्शन नहीं करने को कहा है। राजस्थान के फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स ने तय किया है कि जब तक विवाद सुलझ नहीं जाता, तब तक फिल्म ‘पद्मावती’ का प्रदर्शन नहीं होगा।

विवाद बढ़ता देखकर फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली ने कहा है कि फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच कोई स्वप्न दृश्य नहीं है। फिल्म के खिलाफ अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने एक वीडियो के जरिए सभी अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा, “मैंने ‘पद्मावती’ बहुत ईमानदारी और नैतिकता के साथ बनाई है। मैं हमेशा से रानी पद्मावती की कहानी से प्रेरित रहा हूं। यह फिल्म उनकी वीरता और आत्मबलिदान को नमन करती है, लेकिन कुछ अफवाहों की वजह से फिल्म को विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

फिल्म ‘पद्मावती’ 1 दिसंबर 2017 को रिलीज होगी। कई शहरों में इसकी रिलीज रोकने की मांग हो रही है। इससे पहले जयपुर में शूटिंग के दौरान कुछ लोगों ने संजय लीला भंसाली से बदसलूकी भी की थी, जिसके बाद कोल्हापुर में फिल्म का सेट लगाया, जिसे वहां भी जला दिया गया था।

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