मोदी सरकार के मंत्री महाराष्ट्र में वोट के लिए कर रहे गोकशी का समर्थन? वीडियो वायरल

केंद्रीय मंत्री राव साहब पाटिल दनवे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वो कथित तौर पर गोकशी का समर्थन करते नजर आते हैं। हालांकि बीजेपी नेता का कहना है कि उन्होंने ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की है।

फोटो: सोेशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

केंद्रीय मंत्री राव साहब पाटिल दनवे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वो कथित तौर पर गोकशी का समर्थन करते नजर आते हैं। हालांकि बीजेपी नेता का कहना है कि उन्होंने ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की है। वहीं, पार्टी ने भी दावा किया है कि वीडियो से ‘छेड़छाड़’ की गई है। यह वीडियो कथित तौर पर बीते शनिवार को बनाया गया है। इसमें दनवे कथित तौर पर मुस्लिमों को यह भरोसा दिलाते दिख रहे हैं कि उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि जब तक वह मंत्री हैं, गोवंश के कटान पर किसी तरह का बैन नहीं होगा।

जनसत्ता की खबर के मुताबिक, वीडियो में वो कथित तौर पर कहते हुए नजर आते हैं, ‘सरकार ने जब से गोवंश हत्या बंदी लागू की है, कुछ मुसलमानों ने बकरीद से पहले अपनी आजीविका को लेकर चिंता जाहिर की है। मैंने उन्हें कहा कि जब तक मैं यहां हूं, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है और उन्हें कोई नहीं रोकेगा (गोवंश कटान जारी रखने के लिए)।’ वीडियो में दनवे इलाके में चल रहे ‘गैरकानूनी चावल और चंदन की लकड़ी के कारोबार’ के बारे में भी बात करने सुनाई देते हैं। वह कथित तौर पर कहते हैं, ‘क्या मुझे इसे रोकना चाहिए? मैं इसे एक दिन में रोक सकता हूं।’


वीडियो के वायरल होने के बाद, दनवे ने एक बयान जारी करके इस तरह की बात कहने से ही इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि उनके गृह जिले जालना के भोकरधान विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिमों से मुलाकात के दौरान उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं की। दनवे के बेटे संतोष दनवे इस सीट पर विधायक हैं और दूसरी बार मैदान में हैं। उन्होंने इस वीडियो को ‘भ्रामक और छेड़छाड़ वाला’ बताते हुए कहा, ‘मैं ऑन रिकॉर्ड यह कहना चाहता हूं कि मैंने गोकशी पर ऐसा कोई विवादास्पद बयान नहीं दिया। समाज में मेरी छवि को खराब करने के लिए वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है।’दनवे के खिलाफ उनके कथित बयान के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। नीतेश ओझा नाम के शख्स ने कहा है कि दनवे के बयान से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। ओझा ने मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है। ऐसा पहली बार नहीं है, जब दनवे किसी मुश्किल में फंसे हों। कुछ साल पहले, सूखाग्रस्त मराठवाड़ा के दौरे पर तत्कालीन प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दनवे ने कथित तौर पर गाली का इस्तेमाल करते हुए कहा था कि ‘इतनी सारी मदद के बावजूद ये किसान कभी संतुष्ट नहीं हो सकते।’ दनवे ने उस वक्त भी ऐसा बयान देने से इनकार किया था।

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Published: 24 Oct 2019, 11:43 AM