CWC Meeting: खड़गे बोले- EVM ने चुनाव प्रक्रिया को संदिग्ध बना दिया है, अब कठोर निर्णय लेने होंगे

कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बार फिर से ईवीएम पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा- ईवीएम ने चुनाव प्रक्रिया को संदिग्ध बना दिया है, चुनाव आयोग को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने सीडब्ल्यूसी को संबोधित किया
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने सीडब्ल्यूसी को संबोधित किया
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की शुक्रवार को दिल्ली में बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस के सभी बड़े नेता शामिल हुए। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीडब्ल्यूसी को संबोधित करते हुए कहा कि हाल में हुए विधानसभा चुनाव परिणामों से निराश होने की जरूरत नहीं हैं। हालांकि उन्होंने पार्टी को मजबूत करने के लिए ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की जरूरत बताया।

कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बार फिर से ईवीएम पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा- ईवीएम ने चुनाव प्रक्रिया को संदिग्ध बना दिया है, चुनाव आयोग को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चाहिए।

खड़गे ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कोई भी अंकगणित परिणामों को सही नहीं ठहरा सकता। लोकसभा चुनाव में जिस तरह से महाविकास अघाड़ी (एमवीए) ने प्रदर्शन किया, उस हिसाब से विधानसभा के परिणाम देखकर चुनावी पंडित भी भ्रमित हैं ऐसे में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करवाना निर्वाचन आयोग का संवैधानिक दायित्व है।

उन्होंने वायनाड से प्रियंका गांधी और नांदेड़ से रवींद्र चव्हाण के लोकसभा उपचुनाव जीतने पर उन्हें बधाई दी।

कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में हुई इस बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और पार्टी के कई अन्य नेता शामिल हुए।


खड़गे ने कार्य समिति की बैठक में कहा, ‘‘हमें तुरंत चुनावी नतीजों से सबक लेते हुए संगठन के स्तर पर अपनी सभी कमजोरियों और खामियों को दुरुस्त करने की जरूरत है। ये नतीजे हमारे लिए संदेश हैं।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सबको ये सोचने की दरकार है कि कांग्रेस पार्टी की जीत में ही हम सबकी जीत है और हार में हम सबकी हार है। पार्टी की ताकत से ही हमारी ताकत है।’’

खड़गे ने कहा, ‘‘चुनावों में माहौल हमारे पक्ष में था। लेकिन केवल माहौल पक्ष में होना भर जीत की गारंटी नहीं। हमें माहौल को नतीजों में बदलना सीखना होगा। क्या कारण है कि हम माहौल का फ़ायदा नहीं उठा पाते?’’

उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘हमें पर्याप्त मेहनत करने के साथ समयबद्ध तरीके से रणनीति बनानी होगी। हमें अपने संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करना होगा। हमें मतदाता सूची बनाने से लेकर वोट की गिनती तक रात-दिन सजग, सचेत और सावधान रहना होगा। हमारी तैयारी आरंभ से मतगणना तक ऐसी होनी चाहिए कि हमारे कार्यकर्ता और ‘सिस्टम’ मुस्तैदी से काम करें।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कई राज्यों में पार्टी का संगठन अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘संगठन का मजबूत होना हमारी सबसे बड़ी जरूरत है।’’ उन्होंने यह भी पूछा कि राष्ट्रीय मुद्दों और राष्ट्रीय नेताओं के सहारे राज्यों का चुनाव आप कब तक लड़ेंगे?


खड़गे ने कहा, ‘‘हाल के चुनावी नतीजों का संकेत यह भी है कि हमें राज्यों में अपनी चुनाव की तैयारी कम से कम एक साल पहले शुरू कर देनी चाहिए। हमारी टीम समय से पहले मैदान में मौजूद रहनी चाहिए। पहला काम मतदाता सूचियों की जांच करनी चाहिए ताकि हमारे पक्ष वालों के वोट हर हालत में सूची में बने रहें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम पुराने ढर्रे पर चलते हुए हर समय सफलता नहीं पा सकते। आपका राजनीतिक प्रतिद्वंदी क्या कर रहा है, इसे रोज़मर्रा में देखना होगा। हमें समय से निर्णय लेने होंगे। जवाबदेही तय करनी होगी।’’

खड़गे ने कहा, ‘‘कई बार हम ख़ुद अपने सबसे बड़े शत्रु बन जाते हैं। हम ख़ुद अपने बारे में नकारात्मक और हताशापूर्ण बातें करेंगे और ये कहेंगे कि हमारा कोई विमर्श नहीं है तो मैं पूछता हूं कि विमर्श बनाना और उसको जनता तक पहुंचाना किसकी जिम्मेदारी है?’’

उन्होंने कहा, ‘‘ये हम सबकी सामूहिक ज़िम्मेदारी है। जो विमर्श हमने राष्ट्रीय स्तर पर तय किया था, वो अभी भी लागू है।’’


खड़गे ने ईवीएम के मुद्दे का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मैं मानता हूं कि ईवीएम ने चुनावी प्रक्रिया को संदिग्ध बना दिया है। चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है इसलिए इसे लेकर जितना कम कहा जाए उतना अच्छा। पर देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करवाना चुनाव आयोग का संवैधानिक दायित्व है।’’

उन्होंने कहा कि बार-बार ये सवाल उठ रहे हैं कि किस हद तक ये दायित्व निभाया जा रहा है।

खड़गे ने कहा, ‘‘सिर्फ़ 6 महीने पहले जिस तरह के नतीज़े लोकसभा चुनाव में एमवीए के पक्ष में आए थे, उसके बाद विधानसभा चुनाव का नतीज़ा राजनीतिक पंडितों के भी समझ से परे है। ऐसे परिणाम आए हैं कि कोई भी अंकगणित इसे उचित ठहराने करने में असमर्थ है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें हर हालत में चुनाव लड़ने के तरीकों को बेहतर बनाना होगा, क्योंकि समय बदल गया है। चुनाव लड़ने के तरीके बदल गए हैं। हमें अपनी सूक्ष्म संचार रणनीति को विरोधियों से बेहतर करना होगा।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी पर विभाजनकारी राजनीति का आरोप लगाया और कहा कि उसके दुष्प्रचार का जवाब देना होगा।

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