दिल्ली में उतरी राफेल विमानों की पहली खेप, कांग्रेस ने निकाली ‘मोदी-अंबानी’ परेड

राजधानी दिल्ली के केंद्र माने जाने वाले कनॉट प्लेस में दिल्ली कांग्रेस ने शनिवार को बैंड-बाजे के साथ राफेल विमानों के नमूनों की एक परेड निकाल कर मोदी सरकार के राफेल डील के खिलाफ प्रदर्शन किया।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

राफेल घोटाले को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला तेज कर दिया है। घोटाले के बारे में जनता को अवगत कराने के लिए कांग्रेस की दिल्ली प्रदेश ईकाई ने शनिवार को अनोखा कदम उठाया। राजधानी दिल्ली के केंद्र माने जाने वाले कनॉट प्लेस में दिल्ली कांग्रेस ने राफेल विमानों के नमूनों की एक परेड निकाल कर मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का वीडियो ट्वीट करते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने लिखा, “अंबानी की योग्यता के अनरूप राफेल विमान दिल्ली पहुंच गए हैं। दिल्ली के कनॉट प्लेस में राफेल लड़ाकू विमानों का विशाल प्रदर्शन। राफेल घोटाले का पर्दाफाश हो गया है। लेकिन शायद मीडिया इसे ना दिखाए। कृप्या इसे शेयर करें।”

इस अनोखे प्रदर्शन में कांग्रेस ने बैंड बाजे के साथ राफेल विमानों की डमी का परेड निकाला। परेड में शामिल बैंड का नाम रखा गया था, ‘मोदी-अंबानी बैंड’। कनॉट प्लेस के इनर सर्किल में बैंड के पीछे-पीछे 36 राफेल विमानों की कतार देखकर मानो ऐसा लग रहा था कि जैसे गणतंत्र दिवस की झांकी निकल रही हो।

दिल्ली में उतरी राफेल विमानों की पहली खेप, कांग्रेस ने निकाली ‘मोदी-अंबानी’ परेड

इससे पहले प्रदर्शन के बारे में ट्वीट करते हुए अजय माकन ने ट्वीट किया, “जिन 36 राफेल विमानों की मरम्मत करने में अंबानी की कंपनी वर्तमान में सक्षम है, वो सभी दिल्ली पहुंच चुकी हैं। दिल्ली कांग्रेस कनॉट प्लेस में इन विमानों की झांकी निकालेगी, जिसे मैं और श्री चाको सलामी देंगे।”

प्रदर्शन में मौजूद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राफेल डील भारत सरकार द्वारा किया गया एक ऐसा डील है,जो मोदी सरकार के पारदर्शी होने के दावे की पूरी तरह से पोल खोलता है। इसी मुद्दे को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ये विरोध प्रदर्शन कर रही है।

इससे पहले शनिवार को राफेल घोटाले पर मोदी सरकार को घेरते हुए कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ये सरकार राफेल डील में एक झूठ छुपाने के लिए सौ झूठ बोल रही है और खुद अपने ही झूठ के जाल में फंसती जा रही है। उन्होंने कहा, “राफेल डील को लेकर एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। जो राफेल विमान फ्रांस से भारत आएंगे वो भारत के हिसाब से 'विशिष्ट बदलाव' किये बिना आएंगे। यही नहीं, भारत को इन राफेल विमानों की आपूर्ति 2022 में होगी।” कांग्रेस प्रवक्ता ने पूछा, “अगर 2015 में आपात खरीद की गई थी, तो फिर उसकी आपूर्ति 2022 में क्यों होगी? फिर ये आपात खरीद कैसे हुई?” इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मोदी जी को देश को बताना चाहिए कि 526 करोड़ रुपये वाला विमान 1,670 करोड़ रुपये में खरीदकर उन्होंने देश को 41,000 करोड़ का चूना कैसे लगाया है।

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