गुजरात: बीजेपी के विज्ञापन में ‘पप्पू’ शब्द के इस्तेमाल पर चुनाव आयोग को एतराज, हटाने का दिया आदेश 

चुनाव आयोग ने बीजेपी को पत्र भेजकर चुनाव प्रचार अभियान से जुड़े टीवी विज्ञापन, होर्डिंग, पोस्टर और बैनर में ‘पप्पू’ नाम के इस्तेमाल पर आपत्ति जतायी है और उन्हे हटाने के लिए कहा है।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

चुनाव आयोग ने गुजरात विधान सभा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी द्वारा ‘पप्पू’ नाम के प्रयोग पर ऐतराज जताया है। आयोग ने बीजेपी को पत्र भेजकर चुनाव प्रचार अभियान से जुड़े टीवी विज्ञापन, होर्डिंग, पोस्टर और बैनर में ‘पप्पू’ शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जतायी है। आयोग ने बीजेपी को अपने प्रचार सामग्री से ‘पप्पू’ शब्द हटाने के लिए कहा है। साथ ही आयोग ने कहा कि एक खास व्यक्ति की तरफ इशारा करते अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

हालांकि बीजेपी ने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए अपने बचाव में कहा कि चुनाव प्रचार सामग्री में किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया गया है। उसके विज्ञापनों में इस शब्द का इस्तेमाल किसी के खिलाफ व्यक्तिगत तौर पर नहीं किया गया है। इसलिए आयोग का ऐसा निर्देश देना उचित नहीं है। बीजेपी ने कहा कि पार्टी ने चुनाव आयोग की कमेटी से मांग की थी वो अपने इस फैसले के बारे में फिर से सोच विचार करे लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया। अब पार्टी जल्द ही इस शब्द को हटाकर नई स्क्रिप्ट आयोग की मंजूरी के लिए भेजेगी।

गुजरात बीजेपी का कहना है कि चुनाव प्रचार से जुड़ी कोई भी सामग्री तैयार करने से पहले हमें मंजूरी लेने के लिए उसे गुजरात मुख्य चुनाव आयुक्त के तहत बनी मीडिया कमेटी को भेजना पड़ता है। और उसके द्वारा पास करने के बाद ही उस सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है।

ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, “ राहुल गांधी को पप्पू के रुप में पेड मीडिया और सोशल मीडिया ने पेश किया हैं। विदेशों में बातचीत के दौरान ये महसूस किया कि लोगों से बातचीत के दौरान सहज होते हैं और वहां के लोग भी किसी भी पूर्वाग्रह से ग्रसित नहीं होते हैं।”

उन्होंने कहा, “ये जरूरी है कि पूरी दूनिया राहुल गांधी को असली नाम से जाने और मैं कहता हूं कि यूएस में राहुल गांधी से जो भी मिला वो उनके व्यक्तिव, उनके विचार और उनके दृष्टिकोण की प्रशंसा की।

पित्ररोदा ने कहा, “भारत लौटने के बाद भारतीय मीडिया ने भी प्रतिभावन नेता के रुप में उन्हे पहचानने लगी हैं। राहुल गांधी के एक युवा नेता है जो सही सोच के साथ देश के लिए कुछ करना चाहते हैं। उन्हें किसी से भी पदोन्नति की जरूरत नहीं हैं। वो एक ईमानदार आदमी है जिसे सिर्फ ईमानदार दर्शकों की जरूरत हैं।”

गुजरात में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर को मतदान होना है और नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे। ऐसे माना जा रहा है चुनाव अयोग का निर्देश बीजेपी के लिए झटका है। राज्य में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है।

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Published: 15 Nov 2017, 1:59 PM