खतरनाक बोइंग 737 विमान के प्रतिबंध से बढ़ा किराया, कई उड़ानों पर असर पड़ने की आशंका

इथोपियन एयरलाइंस के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के मद्देनजर बोइंग 737 मैक्स विमानों को प्रतिबंधित किये जाने से भारत में हवाई किराया बढ़ गया है। एविएशन क्षेत्र की पहले से खस्ता हालत और अब इस प्रतिबंध का असर किरायों के साथ ही फ्लाइट्स पर पड़ने की भी आशंका है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

हाल ही में इथोपियन एयरलाइंस के बोइंग 737 मैक्स 8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के मद्देनजर मंगलवार रात को भारत ने देश में इस विमान के परिचालन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया है। भारतीय हवाई क्षेत्र में इन विमानों को शाम चार बजे के बाद प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। डीजीसीए के इस फैसले का सीधा असर भारत में हवाई किराये पर पड़ा है। इसका असर फ्लाइट्स पर भी पड़ने की आशंका है। बोइंग विमानों पर रोक के बाद देश में हवाई यात्रा का किराया सामान्य दिनों से काफी ज्यादा हो गया है और आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी होने की संभावना है।

भारत में पहले से ही विमानन कंपनियां इस समय विभिन्न संकटों से गुजर रही हैं। बोइंग 737 मैक्स 8 विमानों पर रोक का सीधा असर स्पाइस जेट और जेट एयरवेज की उड़ानों पर पड़ा है। स्पाइस जेट के पास ऐसे करीब 12, जबकि जेट एयरवेज के पास 5 विमान हैं। डीजीसीए के निर्देश के बाद स्पाइस जेट ने तुरंत अपने बी 737 मैक्स विमानों की उड़ान पर रोक लगाने के साथ ही बुधवार को 14 फ्लाइट्स रद्द कर दी हैं। यही हाल दूसरी एयरलाइंस का भी है। इसका सीधा असर यात्री किरायों पर पड़ा है।

अचानक से बोइंग विमानों पर रोक से किराये में बढ़ोतरी की आशंका नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु को भी है। यही वजह है कि उन्होंने मंगलवार रात डीजीसीए के निर्देश के बाद उन्होंने ट्वीट कर बताया कि वह आपातकालीन बैठक करने जा रहे हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, विमानन सचिव को सभी एयरलाइंस के साथ आपातकालीन बैठक बुलाने का निर्देश दिया है, ताकि यात्रियों को किसी तरह की होने वाली असुविधा को टाला जा सके।

दरअसल देश में विमानन कंपनियां इस समय कई तरह के संकट से गुजर रही हैं, जिसके चलते उनके बेड़े के कई विमान उड़ान नहीं भर रहे हैं। जेट एयरवेज के 119 विमानों के बेड़े में से 54 अभी ऑपरेशन से बाहर हैं। वहीं, इंडिगो अभी पायलटों की कमी से जूझ रहा है, इसलिए कंपनी ने अभी से अप्रैल के शुरुआती कुछ दिनों तक रोजाना 30 उड़ानें रद्द करने का पहले ही ऐलान कर दिया है। जबकि सरकारी एयरलाइंस एयर इंडिया के करीब 23 विमान मरम्मत की कमी और तकनीकी खराबी की वजह से उड़ान भरने की स्थति में नहीं हैं।

एविएशन क्षेत्र की पहले से खस्ता हालत और अब बोइंग विमानों पर प्रतिबंध की वजह से इसका गंभीर असर यात्री किरायों के साथ ही फ्लाइट्स पर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि स्पाइस जेट ने इस बीच बयान जारी कर यात्रियों को विश्वास दिलाया है कि वह यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम करने की हरसंभव कोशिश करेगी।

इस बीच भारत के अलावा विश्व के कई अन्य देशों ने भी इस तरह का कदम उठाया है। करीब 13 देशों ने बोइंग 737 मैक्स 8 विमानों पर रोक लगा दी है। कुछ देशों ने अपने वायुक्षेत्र को इन विमानों की उड़ान के लिए बंद कर दिया है। इसके साथ ही दुनिया भर की करीब 27 एयरलाइंस ने बोइंग विमानों पर रोक लगा दी है। हालांकि, करीब 18 एयरलाइन ने अभी तक इसपर रोक नहीं लगाई है। रविवार को हुई इस विमान दुर्घटना में 157 लोगों की मौत हो गई थी।

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