योगी ‘राज’ में घुसते वक्त सावधान रहें विदेशी सैलानी, यूपी में बढ़ रहे हैं हमले

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के राज में विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा खतरे में है। मिर्जापुर और फतेहपुर सीकरी में सैलानियों पर हमले के बाद वाराणसी में विदेशी पर्यटक से लूट का मामला सामने आया है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जिन मुद्दों को आधार बनाकर सत्ता में आई थी, उनमें से एक बड़ा मुद्दा प्रदेश में लोगों की सुरक्षा का था। चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने सपा की तत्कालीन सरकार को जंगल राज करार दिया था। लेकिन खुद योगी सरकार के राज में भी सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। आम आदमी तो दूर राज्य में पर्यटक तक सुरक्षित नहीं हैं। आलम ये है कि बीते अक्टूबर महीने से 15 दिसंबर के बीच राज्य में तीन बार विदेशी सैलानियों की सुरक्षा खतरे में पड़ चुकी है। मिर्जापुर और फतेहपुर सीकरी में विदेशी सैलानियों पर हमले के बाद अब वाराणसी में जापानी पर्यटक से लूट का मामला सामने आया है।

पुलिस के मुताबिक, जापान के टोक्यो के रहने वाले पर्यटक अकिहिरो टनाका 13 दिसंबर को वाराणसी घूमने गए थे। सारनाथ में अकिहिरो टनाका की मुलाकात राशिद खान नाम के युवक से हुई, जिसने खुद को पर्यटक गाइड बताया। अकिहिरो टनाका उसके साथ शहर घूमने चले गए। शहर घूमने के बाद सैलानी और कथित गाइड दोनों ने साथ में खाना खाया, उसके बाद दोनों शराब पीने लगे। आरोप है कि इसी दौरान खुद को गाइड बताने वाले राशिद खान ने उन्हें नशीला पदार्थ खिला कर बेहोश कर दिया, और करीब 50 हजार रुपये, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, कैमरा और कई दस्तावेज लेकर फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि होश आने पर सैलानी ने खुद को मुगलसराय स्टेशन पर पाया। पर्यटक ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस में की है। फिलहाल वाराणसी की सिगरा पुलिस केस दर्ज कर पूरे मामले की जांच कर रही है।

यह कोई पहला मामला नहीं है जब यूपी में विदेशी पर्यटक को निशाना बनाया गया है। इससे पहले 10 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में कुछ लोगों ने फ्रांसीसी दल के साथ आई लड़की से छेड़खानी की थी। छेड़खानी का विरोध करने पर युवकों ने विदेशी दल पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया था। इस दौरान सैलानियों को काफी चोटें आई थी। विदेशी सैलानियों का यह दल वाराणसी से मिर्जापुर के लखनिया दरी वॉटरफॉल पर पिकनिक मनाने पहुंचा था, जिसमें चार फ्रांसीसी महिलाओं समेत दो पुरुष शामिल थे। इसी दौरान वॉटरफॉल पर एक युवक ने महिला पर्यटक से छेड़खानी की। इस घटना के बाद पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था।

मिर्जापुर से पहले 26 अक्टूबर को फतेहपुर सीकरी में भी ऐसी ही शर्मनाक घटना सामने आई थी। यहां पर घूमने आए स्विस जोड़े की बदमाशों ने लाठी-डंडों से पिटाई कर दी। इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें घायल स्विस जोड़ा सड़क पर बैठा था। इस दौरान यहां से गुजरने वाले लोग उनकी मदद करने की बजाय उनका वीडियो बनाते दिखे। जब यह घटना मीडिया की सुर्खियां बनीं तो यूपी से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मच गया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने स्विस जोड़े की पिटाई पर सख्त नाराजगी जताई थी। और राज्य सरकार से पूरे मामले में जवाब मांगा था। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी भी की थी। विदेशी सैलानियों के साथ हुई तीनों घटनाओं ने साबित कर दिया है कि योगी राज में पर्यटकों समेत दूसरे लोगों की सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियां लगातार बनी हुई हैं। लेकिन सरकार इसे दूर करने के लिए कोई बड़े कदम नहीं उठा रही है।

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Published: 15 Dec 2017, 4:00 PM