बंगाल विधासभा चुनाव के चौथे चरण में 44 सीटों के लिए कल होगी वोटिंग, जानिए पूरा गुणा-गणित

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में चौथे चरण के लिए कल (10 अप्रैल) वोट डाले जाएंगे। इस चरण में 44 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होने हैं।

फोटो: IANS
फोटो: IANS
user

नवजीवन डेस्क

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में चौथे चरण के लिए कल (10 अप्रैल) वोट डाले जाएंगे। इस चरण में 44 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होने हैं। जिन पांच जिलों की 44 सीटों पर चौथे चरण में मतदान हो रहा है, उनमें हावड़ा की 9, दक्षिण 24 परगना की 11, कूचबिहार की 9, अलीपुरद्वार की 5 और हुगली की 10 सीटें शामिल हैं। इस चरण में 15 हजार 940 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिन सुबह सात बजे से वोट पडऩे शुरू हो जाएंगे।

इस चरण में राज्य की कई हाई-प्रोफाइल हस्तियां मैदान में हैं। चौथे चरण में जो प्रमुख प्रत्याशी मैदान में हैं, उनमें बंगाल रणजी के पूर्व कप्तान मनोज तिवारी (तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर शिबपुर विधानसभा सीट से), बंगाल के शिक्षा मंत्री पाथ चटर्जी (तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर बेहला पश्चिम विधानसभा सीट से), भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो (भाजपा के टिकट पर टॉलीगंज विधानसभा सीट से), बंगाल के खेल मंत्री अरुप बिस्वास (तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर टॉलीगंज विधानसभा सीट से), पायल सरकार (भाजपा के टिकट पर बेहला पूर्व विधानसभा सीट से), बंगाल अग्रिशमन मंत्री और बेहला पूर्व के महापौर रहे शोभन चटर्जी की पत्नी रत्ना (तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर बेहला पूर्व विधानसभा सीट से), बंगाल के पूर्व वन मंत्री राजीव बनर्जी (भाजपा के टिकट पर दोमजुर विधानसभा सीट से), भाजपा सांसद और अभिनेत्री लॉकेट चटर्जी (भाजपा के टिकट पर हुगली के चिन्सुराह विधानसभा सीट से) मैदान में हैं।


इस चरण में पुरुषों से अधिक महिला मतदाता हैं। महिला मतदाता दक्षिण 24 परगना जिले में निर्णायक भूमिका निभाएंगी। जिले के 11 निर्वाचन क्षेत्रों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाओं के मुकाबले अधिक है। इनमें से छह में सोनारपुर दक्षिण, सोनारपुर उत्तर, जादवपुर, टॉलीगंज, बेहला उत्तर, बेहला दक्षिण में महिला वोटरों की संख्या अधिक है।

इन 11 निर्वाचन क्षेत्रों में महिला मतदाताओं की कुल संख्या 15,70,392 है, जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 15,66,161 है।

जादवपुर निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक लिंगानुपात 1,068 है। यहां 1,44,420 पुरुष मतदाता के मुकाबले 1,54,239 महिला मतदाता हैं।

इसके बाद बेहाला पश्चिम में लिंगानुपात 1,054 है। यहां 1,52,237 पुरुषों के मुकाबले 1,60,502 महिला मतदाता हैं।

1,051 के लिंगानुपात के साथ हाई-प्रोफाइल टॉलीगंज निर्वाचन क्षेत्र में 1,31,355 महिला मतदाता हैं, जबकि पुरुष मतदाता 1,31,355 हैं।

बेहला पूर्व में लिंगानुपात 1,036 है, 1,51,618 पुरुषों के मुकाबले 1,56,629 महिला मतदाता हैं; लैंगिक अनुपात 1,029 के साथ सोनारपुर दक्षिण में 1,46,170 महिला मतदाता और 1,42,062 पुरुष वोटर हैं; और 1,007 लिंगानुपात वाले सोनारपुर उत्तर में 1,49,430 पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं की संख्या 1,50,432 है।

हालांकि, अन्य पांच विधानसभा क्षेत्रों भांगोर, कसबा, महेशतला, बजबज और मटियाब्रुज में महिला मतदाताओं की तुलना में अधिक पुरुष मतदाता हैं।


राज्य में चल रहे विधानसभा चुनावों में महिला मतदाताओं की पर्याप्त वृद्धि महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। महिला मतदाताओं का प्रतिशत न केवल 49 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर गया है, बल्कि भारत के चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में लिंग अनुपात 2020 में 956 से बढ़कर 961 हो गया है।

पश्चिम बंगाल उन कुछ प्रमुख राज्यों में से एक रहा है जहां चुनावी प्रक्रिया में महिलाओं की भागीदारी काफी अधिक रही है।

ईसीआई द्वारा प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची से पता चलता है कि राज्य में महिलाओं का प्रतिशत 49.01 प्रतिशत है। यह पश्चिम बंगाल को तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश के बाद चौथा प्रमुख राज्य बनाता है, जहां महिला की भागीदारी अधिक है।

51.4 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी के साथ केरल देश के बड़े राज्यों में है, इसके बाद तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में क्रमश: 50.5 प्रतिशत और 50.4 प्रतिशत महिला मतदाता हैं।

इस बीच, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, पुडुचेरी, मणिपुर, मिजोरम और मेघालय में भी महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia