खुल गए बाबा केदारनाथ के कपाट, यात्रियों की सुगम यात्रा के लिए इस बार किए गए हैं ये बदलाव

आज सुबह 5: 35 मिनट पर रुद्रप्रयाग में बाबा केदारनाथ के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए। अगले 6 महीने तक यहां पर श्रद्धालु केदार बाबा के दर्शन कर सकेंगे। यात्री इस बार चार धाम यात्रा के लिए 3 मार्गों का इस्तेमाल कर सकते है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

गुरुवार को सुबह करीब 5 बजकर 35 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शन के लिए खुल गए। इस दौरान 5 हजार से अधिक भक्त इस शुभ असवर के साक्षी बने। कपाट खुलने की प्रक्रिया सुबह 4 बजे से शुरू हो गयी थी। दक्षिण द्वार पर केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग, केदारनाथ के पुजारी केदार लिंग वेदपाठियों ने कपाट खुलने की रस्मों को पूरे विधि-विधान से पूरा किया। मंदिर के अंदर पूजा अर्चना के बाद ठीक 6 बजे मुख्य कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए।

इस दौरान सेना की जम्मू-कश्मीर लाईट इंफेंटरी के बैंड की धुनों के साथ पूरा केदारनाथ भोले बाबा की जयजयकार से गूंज उठा।

भारतीय वायुसेना की मदद से केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले ही पूजा सामग्री मंदिर पहुंचाई गई। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ऐलान करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं की सुखद व मंगलमय यात्रा के लिए सभी स्थानों पर राज्य सरकार ने व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए चारधाम सड़क के निर्माण कार्य को रोक दिया गया है। केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य 80 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है, अवशेष पुनर्निर्माण कार्यों पर भी तेजी से कार्य किया जा रहा है। बदरीनाथ धाम में भी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।

इस बार तीन रास्तों से यात्रा कर सकते हैं श्रद्धालु

इस बार चारधाम यात्रा के लिए तीन मार्गों का इस्तेमाल किया जा सकता है। परंपरागत मार्ग हरिद्वार और ऋषिकेश से तीर्थयात्री चारधाम की यात्रा हर साल की तरह कर सकते हैं। दूसरा मार्ग हरबर्टपुर होते हुए यमुनोत्री धाम के दर्शनों के लिए रहेगा। तीसरा मार्ग कोटद्वार से श्रीनगर होते हुए बद्रीनाथ धाम और केदारनाथ धाम के लिए होगा।

बसों की संख्या तीन गुना बढ़ाई जाएगी

यात्रियों की सुगम यात्रा के लिए सभी तीनों मार्गों पर सरकार ने बसों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है। ऐसे करने से ज्यादा संख्या में लोग यात्रा कर सकेंगे। राज्य सरकार के फैसले के मुताबिक, अब चारधाम यात्रा में प्रत्येक दिन 4 बसों के स्थान पर 16 बसें चलेंगी। इनमें 4 बसें ऋषिकेश, 8 बसें हरिद्वार और 4 अन्य बसें अन्य स्थानों से संचालित होंगी। 50 सिटी बसों को भी चारधाम यात्रा मार्गों पर लगाया जाएगा।

आपदा प्रबंधन के लिए ठोस प्रयास

चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने विधानसभा परिसर में एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक के बाद गढ़वाल मंडलायुक्त बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा जिला आपात अभियान सेंटर 24 घंटे काम करेंगे। पुलिस, लोक निर्माण विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी 12-12 घंटे की शिफ्ट में यहां तैनात किए जाएंगे। लैंड स्लाइड जोन को चिन्हित किया गया है।

बता दें कि अगले 6 महीने तक यहां पर श्रद्धालु केदार बाबा के दर्शन कर सकेंगे।

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