गुजरात: बापू की पौत्रवधू ने मांगा पीएम मोदी से 10 मिनट मिलने का समय, लेकिन बीजेपी ने कर दिया इनकार

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर गुजरात के दांडी में नमक सत्याग्रह स्मारक का उद्घाटन करने पहुंचे पीएम मोदी के पास बापू के परिवार के लिए 10 मिनट का भी समय नहीं है। मिलने का समय नहीं दिए जाने पर बापू की पौत्रवधू ने उनके कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकरा दिया।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

चुनावी साल होने की वजह से पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अपने गृह राज्य गुजरात को लेकर चिंता में नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि महज दो हफ्ते के अंदर पीएम मोदी दूसरी बार बुधवार को गुजरात दौरे पर पहुंचे। 30 जनवरी को गांधी जी की पुण्यतिथि के मौके पर मोदी नवसारी जिले के दांडी गांव में राष्ट्रीय नमक सत्याग्रह स्मारक का उद्घाटन करने पहुंचे। खबरों के मुताबिक उनके इस कार्यक्रम में गांधी जी की पौत्रवधू ने शामिल होने से इनकार कर दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार पहले इस कार्यक्रम के लिए गांधी जी की पौत्रवधू शिवलक्ष्मी गांधी (कनुभाई की पत्नी) को कोई निमंत्रण नहीं भेजा गया था। इसको लेकर मीडिया द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद स्थानीय बीजेपी सांसद सीआर पाटिल उन्हें निमंत्रण देने पहुंचे। लेकिन 93 साल की बापू की पौत्रवधू ने उनका निमंत्रण ठुकरा दिया। बताया जा रहा है कि शिवलक्ष्मी गांधी ने निमंत्रण देने आए बीजेपी सांसद के सामने पीएम मोदी से मिलने के लिए 10 मिनट का समय देने की शर्त रख दी। बीजेपी सांसद द्वारा इनकार करने पर उन्होंने भी निमंत्रण ठुकरा दिया।

बता दें कि बुधवार को पीएम मोदी सूरत में एक कार्यक्रम में शिरकत के बाद नवसारी जिले के दांडी गांव में राष्ट्रीय नमक सत्याग्रह स्मारक का उद्घाटन करने पहुंचे। इसी दांडी गांव में महात्मा गांधी साल 1930 में 387 किलोमीटर की लंबी दांडी यात्रा कर ब्रिटिश सरकार के नमक कानून को तोड़ा था। उसी की याद में दांडी में 15 एकड़ में 120 करोड़ की लागत से नमक सत्याग्रह स्मारक बनाया गया है।

गौरतलब है कि इससे पहले 17 से 19 जनवरी तक वाइब्रैंट गुजरात सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी तीन दिनों के गुजरात दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने कई जिलों में अलग-अलग कार्यक्रमों में शिरकत की। इससे पहले बीते साल के आखिरी महीने दिसंबर में भी पीएम मोदी दो दिन के दौरे पर गुजरात में थे।

ऐसे में कहा जा रहा है कि पीएम मोदी और बीजेपी आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए गुजरात में पार्टी की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। इससे पहले 2017 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी 99 सीटों पर सिमट गई थी और बहुत मुश्किल से सरकार बना पाई। जबकि कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर देते हुए पहले से बहुत शानदार प्रदर्शन कर बीजेपी को मुश्किल में डाल दिया। इसीलिए इस बात के कयास लगने लगे हैं कि लोकसभा चुनाव में भी गुजरात में बीजेपी को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल सकती है। ऐसे में कहा जा रहा है कि पीएम मोदी की गुजरात में अत्यधिक सक्रियता मतदाताओं को रिझाने के लिए है।

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Published: 30 Jan 2019, 4:52 PM