हरियाणा: BJP सरकार का गिरना तय! दुष्‍यंत बोले- विपक्ष का साथ देने के लिए तैयार, राज्‍यपाल को लिखूंगा पत्र  

 दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आज बीजेपी सरकार को समर्थन देने वालों में से पांच विधायक कम हुए हैं। तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से कल ही अपना समर्थन वापस लिया है और सत्ता पक्ष के मनोहर लाल और रणजीत सिंह के रूप में दो विधायक पहले ही अपना इस्तीफा दे चुके हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
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धीरेंद्र अवस्थी

हरियाणा में बीजेपी सरकार से 3 निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद सियासी हालात बड़े दिलचस्प हो गए हैं। दो महीने पहले तक भारतीय जनता पार्टी के साथ सत्ता में भागीदार रही जन नायक जनता पार्टी खुलकर विपक्ष के साथ खड़ी हो गई है। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जेजेपी के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि निर्दलीय विधायकों द्वारा सरकार से समर्थन वापस लेने के कारण प्रदेश की बीजेपी सरकार अल्पमत में हैं। उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री नायब सैनी को विधानसभा में बहुमत साबित करना चाहिए या फिर मुख्यमंत्री पद से तुरंत अपना इस्तीफा देना चाहिए। बीजेपी की ओर से राज्‍य की सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देने के बाद जेजेपी को सरकार के खिलाफ खुलकर बैटिंग करने का यह पहला अवसर मिला है।

दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को हिसार में कहा कि सरकार को बहुमत साबित करने के लिए जेजेपी राज्यपाल को पत्र लिखेगी। उन्होंने कहा कि जेजेपी प्रदेश में बीजेपी सरकार गिराने के पक्ष में है और इसके लिए समूचे विपक्ष का साथ देने को तैयार है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अब नेता प्रतिपक्ष बीजेपी सरकार गिराने के लिए कदम उठाएं।


दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आज बीजेपी सरकार को समर्थन देने वालों में से पांच विधायक कम हुए हैं। तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से कल ही अपना समर्थन वापस लिया है और सत्ता पक्ष के मनोहर लाल और रणजीत सिंह के रूप में दो विधायक पहले ही अपना इस्तीफा दे चुके हैं। निर्दलीय विधायकों द्वारा समर्थन वापस लेना बीजेपी की कमजोरी को दर्शाता है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री हंस-हंस कर निर्दलीय विधायकों पर लेन-देन का आरोप लगा रहे हैं, इसपर उन्हें सबूत देना चाहिए। एक प्रश्न के उत्तर में दुष्यंत चौटाला ने यह भी कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पिछली सरकार के खिलाफ लाया गया था, न कि वर्तमान सरकार के खिलाफ लाया गया।

एक सवाल के जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जेजेपी विधायक पार्टी में रहते हुए व्हिप का उल्लंघन नहीं कर सकते हैं। अभी हाल ही में राज्यसभा चुनाव के दौरान हिमाचल प्रदेश में कुछ विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन किया था। स्पीकर ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी थी। यहां तक कि विधायक स्पीकर के फैसले के खिलाफ कोर्ट भी गए, लेकिन इसके बाद भी उनकी रद्द सदस्यता बरकरार रही और सीटें रिक्त कर दी गईं। ठीक इसी तरह जेजेपी का कोई विधायक व्हिप का उल्लंघन करेगा तो उस पर भी कड़ी कार्रवाई होगी। दुष्यंत चौटाला ने आगे कहा कि जेजेपी ने तीन विधायकों को अन्य दलों की स्टेज शेयर करने के कारण नोटिस जारी किया है और उनपर पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कार्रवाई की जाएगी। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर किसी को अन्य दलों की मदद करनी है तो उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी को कमजोर शासक भी बताया और कहा कि वर्तमान सरकार ने किसानों को कमजोर करने का काम किया है।

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