हरियाणाः पीएम मोदी ने जिस बच्ची को बताया था ‘आयुष्मान बेबी’, इलाज के लिए 15 दिन से भटक रही है दर-दर

आयुष्मान भारत योजना की पहली लाभार्थी होने पर हरियाणा की जिस बच्ची को प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आयुष्मान बेबी’ का खिताब दिया था, वह बच्ची पिछले 15 दिन से बुखार में जल रही है और उसके सही इलाज के लिए उसके मां-बाप पिछले 15 दिन से उसे कंधे पर लिए दर-दर भटक रहे हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मोदी सरकार की महात्वाकांक्षी ‘आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना’ की पहली लाभार्थी रही आठ महीने की करिश्मा पिछले 15 दिन से बुखार में जल रही है। उसके सही इलाज के लिए उसके माता-पिता पिछले 15 दिन से उसे कंधे पर लिए हरियाणा के कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में यहां-वहां भटक रहे हैं। मां-बाप का कहना है कि डॉक्टर बच्ची का चेकअप करते हैं और दवा लिख देते हैं, लेकिन फिर भी उसका बुखार नहीं उतर रहा है। इस बीच करिश्मा का वजन भी दो किलो कम हो गया है।

खास बात ये है कि आयुष्मान भारत योजना की पहली लाभार्थी होने पर करिश्मा को प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आयुष्मान बेबी’ का नाम दिया था। दरअसल करिश्मा का जन्म 15 अगस्त 2018 को इसी मेडिकल कॉलेज में ही हुआ था और आयुष्मान भारत योजना के तहत देश में उसे सबसे पहले लाभ मिला था। अब वही बच्ची बीमार है, लेकिन सही इलाज के लिए दर-दर भटक रही है।

बीमार करिश्मा को उसके पिता अमित और मां मौसमी गुरुवार को लेकर कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। उनका आरोप है कि वे बच्ची के इलाज के लिए इधर-उधर भटकते रहे, लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी। अमित का कहना है कि उसने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को करिश्मा का आयुष्मान योजना का कार्ड और उसके नाम देश के प्रधानमंत्री का बधाई संदेश भी दिखाया। लेकिन सुबह से दोपहर तक किसी ने सुध नहीं ली। आखिर में दोपहर बाद में जांच के लिए खून का नमूना लेकर दो दिन बाद रिपोर्ट मिलने की बात कहकर चलता कर दिया।

मजदूरी करने वाले करिश्मा के पिता अमित ने बताया कि 15 दिन से उनकी बेटी को बुखार आ और जा रहा है। कभी बुखार काफी तेज हो जाता है। अमित ने कहा, “पहले आसपास में ही इलाज करवाया, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ तो फिर बेटी को मेडिकल कॉलेज में दिखाने ले आए। यहां सुबह से एक जगह से दूसरी जगह चक्कर कटवा रहे हैं। कॉलेज के डायरेक्टर को फोन किया, लेकिन उसने रिसीव नहीं किया।”

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