हेमंत सोरेन ने जमानत याचिका में कहा, 'गिरफ्तारी सुनियोजित साजिश का हिस्सा', 23 अप्रैल को सुनवाई

ईडी द्वारा जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगे जाने के बाद विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख 23 अप्रैल तय की।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को रांची की एक विशेष अदालत में जमानत याचिका दायर की और आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उन्हें गिरफ्तार किया जाना राजनीति से प्रेरित है तथा उन्हें बीजेपी में शामिल होने के लिए मजबूर करने की एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है।

ईडी द्वारा जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगे जाने के बाद विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख 23 अप्रैल तय की।


सोरेन के वकील अरुणाभ चौधरी द्वारा दायर याचिका में कहा गया, "याचिकाकर्ता का पूरा अभियोजन और गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है तथा याचिकाकर्ता की तरह प्रमुख विपक्षी नेताओं को डराने, धमकाने और अपमानित करने के लिए केंद्र सरकार की एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है, ताकि उन्हें भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने या राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए मजबूर किया जा सके।"

सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में 31 जनवरी को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। वह फिलहाल रांची की बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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