महाराष्ट्र में बीजेपी को निर्दलीय उम्मीदवार तक ने किया पस्त, सांगली सीट से विशाल पाटिल ने BJP के संजय को दी पटखनी

विशाल पाटील सांगली जिले में कई सालों से कांग्रेस की कमान थामे हुए हैं। वे दिवंगत मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटील के पोते और पांच बार के अनुभवी सांसद प्रकाशबापू पाटील के बेटे हैं।

सांगली सीट से विशाल पाटिल ने BJP के संजय को दी पटखनी
सांगली सीट से विशाल पाटिल ने BJP के संजय को दी पटखनी
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नवजीवन डेस्क

लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को बड़ा झटका लगा है, 400 पार का ख्वाब देख रही एनडीए को 300 सीटें भी नहीं आई है, वही खुद बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने में असफल नजर आई। बीजेपी को इस स्थिती में पहुंचाने वाले ना सिर्फ गठबंधन के उम्मीदवार थे, बल्कि निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी को खूब पटखनी दी है। इनमें से एक हैं विशाल पाटिल।

विशाल पाटील सांगली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, उनके सामने बीजेपी के संजय पाटील थे, लेकिन जनता ने बीजेपी उम्मीदवार को नकारते हुए निर्दलीय विधायक को जिताने का विकल्प चुना। विशाल पाटिल ने कुल 5,71,666 वोट हासिल कर बीजेपी के उम्मीदवार संजय पाटिल को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया। संजय पाटिल को 4,71,613 वोट मिले जबकि शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के उम्मीदवार चंद्रधर सुभाष पाटिल 601, 860 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर आए।


बता दें कि, सांगली में ठाकरे गुट द्वारा उम्मीदवार दिए जाने के बाद भी पाटिल ने अपनी उम्मीदवारी नहीं छोड़ी। विशाल पाटिल के जीतने पर उद्धव ठाकरे ने भी खुशी जताई है। उनसे सांगली के नतीजे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सांगली को लेकर हमारा फैसला गलत था, लेकिन उन्होंने विश्वास जताया कि विशाल पाटिल हमारे साथ आएंगे।

इस सीट को लेकर शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और कांग्रेस के बीच काफी तनाव था। इस सीट से कांग्रेस से विशाल (दादा) पाटिल तो शिवसेना (उद्धव ठाकरे) से चन्द्रहार सुभाष पाटील उम्मीदवार के रूप में उभरे थे। विशाल (दादा) पाटील को विश्वजीत (बालासाहेब) कदम के काफ़ी करीबी माना जाता है, जो की पलुस-कड़ेगाँव (सांगली जिला) के मौजूदा विधायक है।

अंत समय में यह सीट शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के चन्द्रहार सुभाष पाटील के दे दी गई थी। लेकिन विशाल पाटील ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए और अपना राजनैतिक जीवन दांव पर लगाकर, निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल की है। यह एक एतिहिसिक जीत रही और जिसमें खुद को सही साबित करने का एक जुनून और जज्बा था।

कौन हैं विशाल पाटील !

विशाल पाटील सांगली जिले में कई सालों से कांग्रेस की कमान थामे हुए हैं। वे दिवंगत मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटील के पोते और पांच बार के अनुभवी सांसद प्रकाश बापू पाटील के बेटे हैं। टिकट न मिलने के कारण इस बार विशाल ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने का फैसले किया और शानदार जीत हासिल करने में कामयाब रहे।

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