झारखंड: सिमडेगा में भूख से बच्ची की मौत के बाद अब मां को गांव से बाहर निकाला गया

भूख से बच्ची की मौत के बाद अब उसकी मां को गांव से बाहर निकाल दिया गया है। स्थानीय लोगों ने महिला पर गांव की बदनामी करने का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला ने पंचायत घर में आश्रय लिया है।

फोटो: सोशल मीडिया 
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IANS

28 सितंबर को झारखंड के सिमडेगा में कथित तौर पर भूख से एक बच्ची की मौत हो गई थी। बच्ची संतोषी की मां ने एक बयान में अपनी पीड़ा बताई थी। उसकी मां ने कहा था कि उसके परिवार को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत दुकानदार ने खाद्य अनाज इसलिए नहीं दिया क्योंकि उसके आधार कार्ड से राशन कार्ड से जुड़ा हुआ नहीं था।

लेकिन इस त्रासदी के बाद भी उसके परिवार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उसकी मां को गांव से बाहर निकाल दिया गया है। स्थानीय लोगों ने महिला पर गांव की बदनामी करने का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला ने पंचायत घर में आश्रय लिया है। सिमडेगा जिला प्रशासन ने स्थानीय अधिकारियों से मामले की जांच करने को कहा है।

खाद्य सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर काम कर रहा एक संगठन 15 अक्टूबर को इस मामले को सामने लेकर आया था।

हालांकि सिमडेगा जिला प्रशासन ने कहा था कि बच्ची की मौत भूख से नहीं, बल्कि मलेरिया की वजह से हुई थी। इसके बाद जिला प्रशासन पर मामले की लीपापोती का आरोप भी लगा था। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने भी मलेरिया की वजह से मौत के दावे को खारिज किया था।

झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बाद में सिमडेगा जिले का दौरा किया और जिला उपायुक्त मंजुनाथ भजनतरी से इस मामले में विस्तृत जांच रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था। बच्ची की मौत के बाद राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि पीडीएस दुकानों पर खाद्य अनाज कोई भी पहचान-पत्र दिखाकर लिया जा सकता है।

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