जज लोया के परिवार ने कहा, ऐसा लगता है सब कुछ तय था: ‘द प्रिंट’ की रिपोर्ट

सीबीआई के विशेष जज बी एच लोया के परिवार ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने उनकी उम्मीदों को खत्म कर दिया है। परिवार का कहना है कि, “ऐसा लगता है जैसे सबकुछ पहले से तय था।”

फोटो सौजन्य : यूट्यूब
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नवजीवन डेस्क

न्यूज वेबसाइट ‘द प्रिंट’ ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद जज लोया के परिवार वालों से बातचीत की। द प्रिंट के मुताबिक जज लोया के चाचा श्रीनिवास लोया ने कहा कि, “फैसला हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं आया है। बहुत सारे अनसुलझे सवाल हैं।” महाराष्ट्र के लातूर में अपने घर से द प्रिंट से फोन पर बातचीत में श्रीनिवास लोया ने कहा कि, “अच्छा होता अगर एक स्वतंत्र जांच कराई जाती। लेकिन अब हमें इस मामले में किसी से भी कोई उम्मीद नहीं है। सब कुछ पहले से तय लगता है। मीडिया और विपक्षी दल इस मुद्दे को उठा रहे थे, लेकिन इससे कोई भी नतीजा नहीं निकला।”

‘द प्रिंट’ ने जज लोया की बहन अनुराधा बियानी से भी बात की। उनका भी इसी तरह कहना था कि, “क्या बोलें अब? जो एक विश्वास था वह भी नहीं रहा। कुछ बोलने के जैसे रखा ही नहीं है चार साल से अब किसी ने।”

जज बी एच लोया सोहराबुद्दीन शेख फर्जी एनकाउंटर शेख मामले की सुनवाई कर रहे थे। इस मामले में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी आरोपी थे। जज लोया की पहली दिसबंर 2014 को नागपुर में मौत हो गई थी। वे वहां अपने साथी की बेटी की शादी में शामिल होने गए थे।

जज लोया की मौत के बाद इस मुकदमे की सुनवाई जज एम बी गोसावी को सौंपी गई। एक महीने के बाद इस मामले में कई अन्य अभियुक्त और अमित शाह बरी कर दिए गए।

पिछले साल जज लोया की बहन अनुराधा बियानी ने कैरावान पत्रिका को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके भाई पर “किसी के पक्ष में फैसला देने का जबरदस्त दबाव था।” अनुराधा बियानी ने अपने पिता हरिकिशन लोया और बहन सरिता मंधाने के साथ जज लोया की मौत पर कई सवाल उठाए थे।

कैरावान की रिपोर्ट के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था और इसे बाकी मीडिया ने भी सुर्खियां बनाया। इन खबरों में मौत के मामले में महाराष्ट्र पुलिस की तमाम लापरवाहियां और त्रुटियां भी सामने आई थीं। कैरावान की रिपोर्ट के बाद लोया का परिवार सुर्खियों में रहा। इसके बाद जज लोया के माता-पिता ने घर छोड़ दिया और बहनों और बेटे अनुज ने अपने फोन बंद कर लिए।

लेकिन विवाद बढ़ता ही गया और इस बीच जज लोया के बेटे अनुज ने मुंबई में एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि उनके परिवार को जज लोया की मौत को लेकर कोई शक नहीं है। उसने कहा कि परिवार ने जो शक पहले जाहिर किए थे, वे अब दूर हो चुके हैं। उस समय भी द प्रिंट ने अनुराधा बियानी से बात की थी, लेकिन तब उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया था।

गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने उन सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया जिसमें जज लोया की मौत की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मौत के समय जज लोया के साथ जो दूसरे जज थे उनकी बयानों पर शक करने का कोई कारण नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जज लोया के बेटे अनुज ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

इस बीच नागपुर पुलिस ने एक बार फिर कहा कि जज लोया की मौत प्राकृतिक थी। नागपुर के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर शिवाजी बोधके ने कहा कि, “हमारे नजरिए से जांच में आया था कि जज लोया की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। मैं इस बात पर टिप्पणी नहीं कर सकता कि आखिर इस पर शक क्यों किया जा रहा है?”

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