कर्नाटक चुनावः मतदान की सभी तैयारियां पूरी, 1,40,000 सुरक्षाबल के जवान तैनात

कर्नाटक विधानसभा की 222 सीटों के लिए शनिवार सुबह 7 बजे से वोट डाले जाएंगे। निष्पक्ष मतदान के लिए चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और पुख्ता सुरक्षा के इंतेजाम किये हैं। 2 विधानसभा सीटों पर बाद में मतदान होगा।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

12 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राज्य के 4.98 करोड़ से अधिक मतदाता 2600 से ज्यादा उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला करेंगे। निष्पक्ष चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने पूरे राज्य में 58,008 पोलिंग स्टेशन पर वोटिंग के लिए 1,40000 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई है। पुलिस महानीरिक्षक नीलमणी एन राजू ने बताया कि 12000 अतिसंवेदशील मतदान केंद्रों समेत 20000 मतदान केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बलों की 585 कंपनियां तैनात की गई हैं। वहीं राज्य की दो विधानसभा सीटों जयानगर और राजराजेश्वरी नगर सीट पर 12 मई को चुनाव नहीं कराया जाएगा। चुनाव आयोग ने यहां 28 मई को चुनाव कराने का फैसला लिया है। चुनाव के परिणाम 31 मई को आएंगे। जयानगर सीट पर बीजेपी उम्मीदवार के निधन की वजह से चुनाव को टाल दिया गया है, जबकि राजराजेश्वरी नगर में 9 मई को एक फ्लैट से करीब 10 हजार फर्जी वोटर आईडी मिलने के बाद आयोग ने यहां चुनाव टालने का फैसला किया है।

वहीं राजधानी बेंगलुरू में भी चुनाव को लेकर शुक्रवार की शाम से ही सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस आयुक्त टी सुनील कुमार ने बताया कि राजधानी के 28 में से 27 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को 7,477 पोलिंग स्टेशन पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे। कुमार ने बताया कि सभी बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राजधानी में चुनाव के लिए 10,500 पुलिस बल के जवान और 4,500 सैन्य बल के जवानों के साथ 2,500 होम गार्ड्स के जवानो की तैनाती की गयी है। राजधानी के 1,469 पोलिंग स्टेशन को अतिसंवेदनशील चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए 150 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है।

कर्नाटक के 4.98 करोड़ से अधिक मतदाताओं में 2.52 करोड़ से ज्यादा पुरुष, 2.44 करोड़ महिलाएं और 4,552 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। राज्य में 18-19 साल के बीच करीब 15.42 लाख युवा मतदाता पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। मतदान के लिए राज्य में के लिए 58,008 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। वहीं 3.5 लाख से ज्यादा चुनाव कर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया है। कुछ मतदान केंद्रों पर पहली बार दिव्यांग कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। राज्य में पहली बार 600 ऐसे होंगे जो पूरी तरह से महिला चुनावकर्मियों द्वारा संचालित होंगे।

कर्नाटक में 1985 के बाद से कोई भी पार्टी लगातार दूसरी बार सरकार नहीं बना पायी है। लेकिन राज्य की सत्ता धारी पार्टी कांग्रेस को पूरा भरोसा है कि वह राज्य की सत्ता में दोबारा नहीं आने के चलन को तोड़ते हुए फिर से सरकार बनाएगी। कर्नाटक के वर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का कहना है कि उनकी पार्टी इतिहास रचेगी। चुनाव से एक दिन पहले उन्होंने ट्वीट कर राज्य के लोगों से मतदान में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। अपने ट्वीट में उन्होंने खासकर राज्य के युवाओं से मतदान में भाग लेने की अपील की।

इससे पहले 2008 में हुए चुनावों में पहली बार बीजेपी ने कर्नाटक में सरकार बनायी थी। लेकिन बीजेपी सरकार का पूरा कार्यकाल भ्रष्टाचार के आरोपों और अन्य विवादों में घिरा रहा था। बीजेपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस येद्दियुरप्पा जो इस चुनाव में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भी हैं, भ्रष्टाचार के आरोपों में अपना पद छोड़ना पड़ा था। बाद में वे जेल भी गए थे।राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 2013 के चुनाव में कांग्रेस ने 122 सीटें जीती थीं। बीजेपी और जेडीएस को 40-40 सीटें मिली थीं। पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य में 71.45 प्रतिशत मतदान हुआ था। चुनाव आयोग और चुनाव में लगे अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बार 75% से अधिक मतदान होगा।

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Published: 11 May 2018, 10:33 PM