गौरी लंकेश पर गोलियां चलाने वाला गिरफ्तार, पार्क में बैठकर बनाई थी हत्या की योजना

कर्नाटक पुलिस की एसआईटी ने पत्रकार गौरी लंकेश पर गोलियां चलाकर उनकी जान लेने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। परशुराम नाम का यह व्यक्ति एक अन्य साथी के साथ गौरी लंकेश के घर पहुंचा था और उन पर गोलियां चलाई थीं।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कर्नाटक पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश के कथित हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार शख्स का नाम परशुराम है। उसे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्त में लिया गया है। पुलिस के मुताबिक परशुराम ने ही गौरी लंकेश पर गोली चलाई थी। इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है।

पुलिस का कहना है कि परशुराम को अवैध हथियार सप्लाई के मामले में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान उसने गौरी लंकेश की हत्या में हाथ होने की बात कबूली है। उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 14 दिन की हिरासत में भेज दिया गया।

गौरी लंकेश हत्या की जांच कर रही एसआईटी के सूत्रों का कहना है कि परशुराम एक दूसरे आरोपी के साथ बाइक पर आया था। परशुराम ही बाइक चला रहा था और उसी ने गौरी लंकेश पर गोलियां चलाईं। बाइक पर पीछे बैठने वाले आरोपी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस अब परशुराम से पूछताछ कर गौरी लंकेश की हत्या के पीछे की साजिश के बारे में पता लगाएगी।

गौरतलब है कि हाल ही में गौरी लंकेश की हत्या के मामले में फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट आई थी, जिससे खुलासा हुआ था कि उनकी हत्या में उसी बंदूक का इस्तेमाल किया गया, जिससे कर्नाटक के ही मशहूर तर्कवादी और लेखक एमएम कलबुर्गी की हत्या की गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, गौरी लंकेश और एमएम कुलबुर्गी की हत्या में 7.65 एमएम के देसी पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था।

कर्नाटक एसआईटी ने 21 मई को दावनगिरी जिले से एक आरोपी अमोल काले को गिरफ्तार किया था, जिस पर कलबुर्गी की हत्या में शामिल होने का भी आरोप है। कलबुर्गी की हत्या की जांच कर रही एसआईटी का कहना है कि गोली मारने से पहले कलबुर्गी का दरवाजा खटखटाने वाले दो आरोपियों में अमोल काले भी शामिल था।

गौरी लंकेश मामले में कर्नाटक पुलिस ने 30 मई को चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट में पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि हिंदू धर्म की आलोचना के चलते ही गौरी लंकेश की हत्या की गई थी। चार्जशीट में केटी नवीन कुमार को मुख्य आरोपी बनाया गया है। इसके साथ ही प्रवीन कुमार को भी आरोपी बनाया गया है, जो अभी गिरफ्त में नहीं आया है। करीब 600 पेज की इस चार्जशीट में 100 लोगों के नाम बतौर गवाह दर्ज हैं।

चार्जशीट में जो सबसे अहम खुलासा हुआ है, वह यह है कि नवीन कुमार, गौरी लंकेश की हत्या की साजिश में शामिल था और हत्या की पूरी साजिश बेंगलुरु के विजयनगर में स्थित बीबीएमपी पार्क में बैठकर रची गई थी।

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