कठुआ रेप: आरोपी विशाल को बबरे माता मंदिर की सेल्फी ने कराया था गिरफ्तार, मीरापुर के कॉलेज में कर रहा था पढ़ाई

जम्मू-कश्मीर क्राइम ब्रांच टीम ने आसिफ़ा के अपहरण के बाद एक मंदिर में हुए उसके बलात्कार और हत्या में शामिल रहे विशाल जंगोत्रा को 17 मार्च को मीरापुर से गिरफ्तार किया था।

फोटो: आस मोहम्मद कैफ
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आस मोहम्मद कैफ

जम्मू-कश्मीर क्राइम ब्रांच टीम ने आसिफ़ा के अपहरण के बाद एक मंदिर में हुए उसके बलात्कार और हत्या में शामिल रहे विशाल जंगोत्रा को 17 मार्च को मीरापुर से गिरफ्तार किया था। वह मीरापुर के अाकांक्षा कॉलेज में पढ़ रहा था। साम्प्रदयिक सौहार्द के लिए प्रसिद्ध इस कस्बे में विशाल पिछले कुछ महीनों से रह रहा था। पिछले दिनों कॉलेज की छुट्टियां होने के बाद भी वह अपने घर नहीं गया था। उसका ज्यादातर वक़्त कमरे में ही गुजरता था।

कठुआ में उसने भी 8 साल की आसिफ़ा के साथ दरिन्दगी की। कठुआ में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर केवल किशोर गुप्ता के मुताबिक, विशाल के खिलाफ दाखिल की गई चार्जशीट में घटना वाले समय उसकी लोकेशन भी घटनास्थल की ही है। वह आसिफ़ा की हत्या में भी शामिल था। मार्च महीने में मीरापुर के बबरे माता मंदिर में ली गई सेल्फी उसने फेसबुक पर पोस्ट की थी, जिसके बाद जम्मू पुलिस उस तक पहुंच गई। लेकिन यह बात जम्मू पुलिस नही जानती थी कि वह यहां पढ़ रहा था। यहां उनकी एक स्थानीय पत्रकार राहुल शर्मा ने मदद की और विशाल को ढूढ़ निकाला गया। वह एक सामाजिक कार्यकर्ता सुमन शर्मा के घर मे किराये पर रह रहा था। सुमन शर्मा के बेटे रवि शर्मा ने हमें बताया, "तीन महीने पहले ही वह यहां आया था और वह ज्यादातर अपने कमरे से बाहर नहीं निकलता था।”

विशाल जंगोत्रा की गिरफ्तारी में जम्मू-कश्मीर पुलिस का सहयोग करने वाले राहुल शर्मा कहते हैं, "जम्मू क्राइम ब्रांच के लिए 30 हजार की आबादी में विशाल को तलाशना मुश्किल था। स्थानीय स्तर पर अपनी जानकारी का मैंने इस्तेमाल किया। विशाल ने इंसानियत को शर्मसार करने वाला काम किया था। मैंने मानवता और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन किया। विशाल को सख्त सजा मिलनी चाहिए।”

फोटो: आस मोहम्मद कैफ
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मीरापुर कस्बा जहां छिपा था विशाल

मीरापुर एक मिश्रित आबादी वाला कस्बा है जहां हिन्दू-मुस्लिम आपसी प्रेम के साथ रहते आये हैं। इस गिरफ्तारी ने यहां लोगों को आश्चर्य से भर दिया है और सभी ने इस जघन्य अपराध की निंदा की है। उन्होंने विशाल सहित सभी आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की है। मोबाइल की दुकान चलाने वाले डीडू रस्तोगी कहते हैं, "उस दरिंदे और उसके साथियों को फांसी होनी चाहिए। उन्होंने सारी इंसानियत को शर्मसार किया है। पूरा देश शर्मिंदा है।”

कठुआ कांड की दुनिया भर में निंदा हो रही है। 8 साल की बच्ची के बलात्कार और हत्या में शामिल सभी 8 लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं। यह अपराध एक धार्मिक स्थल में घटित हुआ था और मुख्य आरोपी सांजीराम ने आसिफ़ा के बलात्कार और हत्या की कहानी रची थी। जम्मू पुलिस ने इसे धार्मिक नफरत का मामला बताया है। सांझीराम स्थानीय मुस्लिम गुर्जरों (जिन्हें बकरवाल भी कहते हैं) में डर पैदा करना चाहता था जिससे वे इलाका छोड़कर चले जाएं। इसके लिए उसने यह योजना बनाई। इस जघन्य अपराध का मुख्य आरोपी 56 साल का सांजीराम उस मंदिर का पुजारी हैं जहां इस घटना को अंजाम दिया गया। विशाल उसी सांजीराम का बेटा है। आसिफ़ा के पिता ने मीडिया को बताया है कि 8 दिन तक वे आसिफ़ा को हर जगह तलाशते रहे, लेकिन मंदिर में नही गये क्योंकि मन्दिर एक पवित्र जगह होती है।

मीरापुर से उसकी गिरफ्तारी की वजह एक सेल्फी बनी जो उसने बबरे माता मंदिर के बाहर ली थी।मीरापुर -बिजनौर मार्ग पर प्राचीन बबरे माता मंदिर है जहां हर साल मार्च में मेला लगता है। इस बार भी यहां मेला लगा, जहां उसने सेल्फी लेकर फेसबुक पर अपलोड की। मंदिर के करीब ही खेती करने वाले राजकुमार बताते हैं, "यह सब बबरे माता की कृपा है कि उसने अपने दरबार से इतने बड़े दरिंदे को पकड़वा दिया।”

फोटो: आस मोहम्मद कैफ
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बबरे माता मंदिर के इस प्रवेश गेट पर ली गई सेल्फी की वजह से पकड़ा गया विशाल

यहीं बिल्कुल पास में ही आकांक्षा कॉलेज है। इसी कॉलेज से विशाल बीएससी (एग्रीकल्चर) कर रहा था। यह पूछे जाने पर कि घटना से उसके आकांक्षा कॉलेज में एडमिशन का कोई लेना-देना है, कॉलेज के प्रिंसिपल मंजीत सिंह ने कहा, "जब भी कोई आवेदन करता है तो कॉलेज का चयन यूनिवर्सिटी करती है। उसे इसी प्रक्रिया से यहां एडमिशन मिला। उसका व्यवहार सामान्य था।” वे भी जांच के निशाने पर हैं और विशाल के एडमिशन को लेकर उनकी भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। कई सवाल उठ रहे हैं। कहीं घटना के बाद तो उसने एडमिशन नहीं लिया? क्योंकि सिर्फ तीन महीने से ही अपने किराए के मकान में रह रहा था। विशाल का कहना था कि वह घटना के समय प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा दे रहा था और उसका परीक्षा केंद्र पास के इलाके खतौली के एक कॉलेज में था। जम्मू-कश्मीर की टीम जब वहां जांच करने पहुंची तो विशाल के स्थान पर किसी और के परीक्षा देने की जानकारी सामने आई। इसके बाद एसआईटी की टीम सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग अपने साथ ले गई। पूर्व छात्र विकास कुमार बताते हैं, "आकांक्षा कॉलेज की छवि अच्छी नहीं है। जम्मू का लड़का यहां ही क्यों पढ़ रहा था? यहां एडजस्टमेंट का खेल चलता है।” फिलहाल कॉलेज जांच के घेरे में है। कठुआ के एसपी नवीद पीरजादा कहते हैं, “पुलिस ने पुख्ता सबूतों के साथ चार्जशीट भेजी है। सीसीटीवी रिकॉर्डिंग फोरेंसिक जांच के लिए भेजी गई है दोषी बच नही पाएंगे।”

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Published: 14 Apr 2018, 4:29 PM