लोकसभा चुनाव 2024: असम CPM ने BJP पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया, सीईओ से शिकायत की

शिकायती पत्र में कहा गया, “यह मौजूदा सरकार का नीतिगत मामला है और इसलिए आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का घोर उल्लंघन है। यह सत्ताधारी पार्टी द्वारा मतदाताओं को प्रलोभन देने का एक स्पष्ट मामला भी है।”

फोटोः IANS
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पीटीआई (भाषा)

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की असम इकाई ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण करने के बहाने राज्य सरकार की योजना के लाभार्थियों का आंकड़ा एकत्र करके आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन किया है।

पार्टी ने आरोप लगाया कि सर्वेक्षण के नाम पर राज्य भर में बीजेपी द्वारा जो फॉर्म वितरित किए जा रहे हैं, उनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की तस्वीरें हैं, और लोगों को योजनाओं में शामिल करने का आश्वासन दिया गया है, जो सरकार का नीतिगत मामला है।

इस संबंध में बृहस्पतिवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में सीपीएम के प्रदेश सचिव सुप्रकाश तालुकदार ने आग्रह किया है कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सत्ता में मौजूद पार्टी अपने पद का दुरुपयोग न करें। वाम दल ने कहा कि बीजेपी सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के नाम पर विभिन्न संसदीय क्षेत्रों में आवेदन पत्र वितरित कर रही है।


बीजेपी ने ‘ओरुनोदोई’ योजना का विस्तार करने और राशन कार्ड रखने वाले प्रत्येक परिवार के आवेदकों के नाम अपनी लाभार्थी सूची में शामिल करने का वादा किया है। योजना के तहत, समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवार की एक महिला सदस्य के बैंक खाते में मासिक 1,250 रुपये हस्तांतरित किए जाते हैं।

शिकायती पत्र में कहा गया, “यह मौजूदा सरकार का नीतिगत मामला है और इसलिए आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का घोर उल्लंघन है। यह सत्ताधारी पार्टी द्वारा मतदाताओं को प्रलोभन देने का एक स्पष्ट मामला भी है।”

इसमें बताया गया कि चुनाव की तारीखें घोषित होने के बाद किसी वित्तीय परितोषण की घोषणा नहीं की जा सकती।

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