मध्य प्रदेश में लंपी वायरस से 101 पशुओं की मौत, कमलनाथ बोले- गौ माताओं की बजाय चीता इवेंट पर सरकार का ध्यान

बीजेपी नेता लंपी वायरस को लेकर राजस्थान में भले ही हंगामा कर रहे हों लेकिन उनकी अपनी पार्टी शासित राज्य मध्य प्रदेश में लंपी वायरस पशुओं के लिए मुसीबत बना हुआ है। अब तक राज्य में इस बीमारी के चलते 101 पशुओं की मौत हो चुकी है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

बीजेपी नेता लंपी वायरस को लेकर राजस्थान में भले ही हंगामा कर रहे हों लेकिन उनकी अपनी पार्टी शासित राज्य मध्य प्रदेश में लंपी वायरस पशुओं के लिए मुसीबत बना हुआ है। अब तक राज्य में इस बीमारी के चलते 101 पशुओं की मौत हो चुकी है। इस बीमारी से ग्रसित पशुओं के इलाज के लिए राज्य सरकार ने टोल फ्री नंबर भी जारी किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को लंपी वायरस को लेकर अधिकारियों की वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली और आवश्यक निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा, "गौ-सेवक, जनप्रतिनिधि और समाज के बाकी लोग, हम सभी को मिलकर इस बीमारी को रोकना है। इस बीमारी का प्रभाव अब 26 जिलों में है तो हमें बहुत सतर्क रहने की जरूरत है।"

मुाख्यमंत्री चौहान ने बताया कि, 21 सितंबर तक प्रभावित पशुओं की संख्या 7686 है और मृत पशुओं की संख्या 101 है। स्वस्थ होने वाले पशुओं की संख्या 5432 है। भोपाल में राज्य स्तरीय रोग नियंत्रण कक्ष के दूरभाष क्रमांक जारी किए गए जो 0755-2767583 है और टोल फ्री नंबर 1962 है।

वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, "मध्य प्रदेश में लंपी वायरस का प्रकोप दिन- प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के कई हिस्सों में गौमाताएं बड़ी संख्या में इस वायरस से संक्रमित होती जा रही है , बड़ी संख्या में गौमाताओं की इस वायरस से तड़प-तड़प कर मौत भी हो रही है। आज मध्य प्रदेश में गौशालाओं की, गौ माताओं की जो स्थिति है, सड़कों पर गौमाता प्रतिदिन दुर्घटना का शिकार हो रही है , उनको खाने का चारा तक नहीं मिल पा रहा है , गौशालाओं में अव्यवस्था का अंबार है , जिसके कारण प्रदेश में हजारों गौमाताओं की मौत की तस्वीरें अभी तक सामने आ चुकी है। उसको देखते हुए आज आवश्यकता है प्रदेश में गौ माताओं की, गौशालाओं की सुध लेने की लेकिन सरकार का पूरा ध्यान तो अभी गौ माताओं की बजाय चीता इवेंट पर ही लगा हुआ है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि सरकार इस संबंध में तत्काल आवश्यक सभी कदम उठाये।"


मुख्यमंत्री चौहान ने पशु पालकों को सलाह दी है कि पशुओं में लंपी स्किन रोग के लक्षण दिखाई देने पर निकटतम पशु औषधालय, पशु चिकित्सालय में संपर्क करें। चौहान ने कहा, यह एक तरीके से पशुओं में कोविड जैसा ही है। कई चीजों से यह फैलता है -- मक्खी से, मच्छरों से, आपस में मिलने से, साथ रहने से, यह फैलने वाली संक्रामक बीमारी है। पशुपालन एवं डेयरी विभाग मध्यप्रदेश द्वारा प्रदेश में रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु अलर्ट जारी कर विशेष सतर्कता रखी जा रही है। संक्रमित क्षेत्रों तथा जिलों में पशुओं का सघन टीकाकरण तथा चिकित्सा कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया किसंक्रमित क्षेत्र से अन्य क्षेत्रों में पशुओं के आवागमन को रोका जाना चाहिए, इसके अलावा रोग के लक्षण दिखाई देने पर अविलंब पशु चिकित्सक से उपचार कराएं। क्षेत्र में बीमारी का प्रकोप थमने तक पशुओं के बाजार, मेले आयोजन तथा पशुओं के क्रय-विक्रय आदि को रोका जाए। स्वस्थ पशुओं का टीकाकरण हो।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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