मध्य प्रदेश: विवाद के बाद एक व्यक्ति साथ अमानवीय व्यवहार, अगवा कर मूत्र पीने को किया गया विवश

पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव सिन्हा ने कहा कि यह घटना 22 मई को पड़ोसी राज्य राजस्थान में हुई, लेकिन चूंकि व्यक्ति का अपहरण गुना से किया गया था, इसलिए सोमवार देर रात यहां फतेहगढ़ थाने में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।

प्रतीकात्मक तस्वीर
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पीटीआई (भाषा)

मध्य प्रदेश के गुना जिले में कुछ लोगों ने विवाद के बाद कथित तौर पर एक रिश्तेदार का अपहरण कर लिया और उसे वे राजस्थान ले गए जहां उन्होंने उसे जबरन मूत्र पिलाया और महिला के कपड़े पहनाकर उसे घुमाया।

पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि आरोपियों ने कथित तौर पर उस व्यक्ति का सिर मुंड़वाया और उसे जूतों की माला भी पहनाई।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव सिन्हा ने कहा कि यह घटना 22 मई को पड़ोसी राज्य राजस्थान में हुई, लेकिन चूंकि व्यक्ति का अपहरण गुना से किया गया था, इसलिए सोमवार देर रात यहां फतेहगढ़ थाने में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।

पीड़ित व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने यातना का एक वीडियो भी शूट किया था, इसे सोशल मीडिया पर साझा किया । आरोपियों ने पीड़ित व्यक्ति से 25 लाख रुपये की मांग भी की।


फतेहगढ़ के थाना प्रभारी कृपाल सिंह ने कहा कि 10-12 लोगों ने कथित तौर पर उस व्यक्ति का अपहरण कर लिया और उसे एक जीप से राजस्थान के झालावाड़ और पाटन ले गए, जहां उन्होंने उसकी पिटाई की, उसे जूतों की माला और महिलाओं के कपड़े पहनाए और उसे मूत्र पीने के लिए मजबूर किया।

सिंह के अनुसार आरोपियों ने अमानवीय व्यवहार का वीडियो भी बनाया और उससे 25 लाख रुपये की मांग की। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने उस व्यक्ति को इस शर्त पर रिहा कर दिया कि वह उन्हें तीन दिनों के भीतर 20 लाख रुपये देगा।

एसपी ने कहा, "हमने घटना का संज्ञान ले लिया है। शिकायतकर्ता मेरे पास आया जिसके बाद मैंने उसे फतेहगढ़ थाने भेजा। उसके साथ राजस्थान में मारपीट की गई थी लेकिन उसके अपहरण का अपराध यहां हुआ था इसलिए इस मामले में गुना जिले में मामला दर्ज किया गया है।’’

सिन्हा ने कहा कि धारा 506 (आपराधिक धमकी), 365 (अपहरण) और 34 (एक सामान्य इरादे को आगे बढ़ाने में कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कृत्य) सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न संबंधित धाराओं के तहत सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, विपक्षी कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दावा किया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य और अपने (गृह) विभाग को संभालने में असमर्थ हैं । कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की मांग की।

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