महाराष्ट्र: मनोज जरांगे पाटिल की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू, मराठों के लिए आरक्षण की मांग

जरांगे उस मसौदा अधिसूचना के क्रियान्वयन की मांग कर रहे हैं जिसमें कुनबियों को मराठा समुदाय के ‘सगे सोयरे (रक्त संबंधी)’ मानते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत आरक्षण दिया जा सके।

जरांगे ने मराठा आरक्षण के लिए शुरू किया अनिश्चितकालीन अनशन
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पीटीआई (भाषा)

अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कोटे के तहत मराठों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आरक्षण अधिकार कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने शनिवार को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की। यह पिछले 16 महीनों में उनकी सातवीं भूख हड़ताल है।

आरक्षण मांग के अलावा जरांगे ने सरपंच संतोष देशमुख की हत्या में शामिल आरोपियों के लिए मृत्युदंड की मांग की है।

जरांगे उस मसौदा अधिसूचना के क्रियान्वयन की मांग कर रहे हैं जिसमें कुनबियों को मराठा समुदाय के ‘सगे सोयरे (रक्त संबंधी)’ मानते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत आरक्षण दिया जा सके।

बीड जिले के मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का नौ दिसंबर 2024 को अपहरण कर प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है।


जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव में संवाददाताओं से बात करते हुए जरांगे ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मराठा समुदाय की मांगों पर ध्यान देंगे, जिसमें उन्हें ओबीसी श्रेणी में शामिल करना और देशमुख को न्याय दिलाना शामिल है।

उन्होंने कहा, "मराठा समुदाय ने विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन का समर्थन किया था और अब समय आ गया है कि सरकार अपने वादे पूरे करे।"

उन्होंने ऐसे लोगों को कुनबी प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की, जिन्हें आवश्यक रिकॉर्ड मिल गए हैं।

एक सितंबर 2023 के बाद से यह उनका सातवां अनिश्चितकालीन अनशन है। उस समय पुलिस ने अंतरवाली सरती में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया था।

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