‘नीच’ विवाद पर कांग्रेस की बड़ी कार्रवाई, मणिशंकर अय्यर पार्टी से सस्पेंड

पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर को कांग्रेस ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। इससे पहले अय्यर के बयान पर नाराजगी जताते हुए राहुल गांधी ने उनसे माफी मांगने के लिए कहा था।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर को कांग्रेस ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। अय्यर पर यह कार्रवाई अय्यर के उस बयान पर की गई है जिसमें उन्होंने पीएम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए नीच शब्द का प्रयोग किया था। अय्यर के बयान पर नाराजगी जताते हुए राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर उनसे माफी मांगने के लिए कहा था।

राहुल के इस ट्वीट के बाद मणिशंकर अय्यर ने माफी मांग ली थी। लेकिन शाम होते होते पार्टी ने इस तरह के आचरण पर सख्त रुख दिखाते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सूरजेवाला ने एक ट्वीट के जरिये यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “यही है कांग्रेस का गांधीवादी नेतृत्व और विरोधी के प्रति सम्मान की भावना। कांग्रेस पार्टी ने श्री मनी शंकर अय्यर जी को कारण बताओ नोटिस जारी कर प्राथमिक सदस्यता से निलम्बित कर दिया है।इसके साथ ही सूरजेवाला ने बीजेपी और पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए पूचा, क्या मोदी जी कभी यह साहस दिखाएंगे?

कांग्रेस पार्टी द्वारा अय्यर के खिलाफ की गई इस कार्रवाई को बड़े संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। राहुल गांधी बहुत जल्द पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने वाले हैं। ऐसे में इस तरह की कार्रवाई से साफ संकेत जाता है कि पार्टी इस तरह के विचार और भाषा को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी भले ही वह विरोधी के लिए क्यों न हो। इस कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया पर कई नेताओं ने कांग्रेस और राहुल गांधी की प्रशंसा की है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, “शाबाश राहुल।” एक अन्य ट्वीट में अब्दुल्ला ने कहा, “अगर किसी को भी राहुल गांधी द्वारा तीव्र और निर्णायक फैसला लिए जाने पर संदेह है तो उन्हें उन आशंकाओं को विराम दे देना चाहिए। वह ‘नीच’ विवाद से एक राजनेता की तरह निपटे हैं।”

इससे पहले गुरूवार की सुबह मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी के लिए उस समय नीच शब्द का इस्तेमाल कर दिया था जब वह मोदी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उन्होंने पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर डा. भीमराव अंबेडकर की भूमिका को कम करके दिखाने का आरोप लगाया था। पत्रकारों से बातचीत में अय्यर ने मोदी का नाम लिए बगैर नीच शब्द का इस्तेमाल किया था। हालांकि बाद में विवाद बढ़ने पर उन्होंने माफी भी मांग ली थी। लेकिन इससे पहले बीजेपी ने गुजरात के चुनावी माहौल में इस बयान को भुनाने की जमकर कोशिश की। पीएम मोदी ने भी अपनी रैली में अय्यर के बयान को गुजराती अस्मिता से जोड़ते हुए भुनाने की कोशिश की।

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