मनोज झा का चुनाव आयोग पर कटाक्ष- इनका काम "केवल शेरो-शायरी करना" नहीं

आरजेडी नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि इस तरह से जिस तरह की शिकायतें आ रही हैं, उसे दूर करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव आयोग का काम "केवल शेरो-शायरी करना" नहीं है।

बिहार के लोग काम करना बंद कर दें, तो देश की धड़कन रुक जाएगी : मनोज झा
बिहार के लोग काम करना बंद कर दें, तो देश की धड़कन रुक जाएगी : मनोज झा
user

आईएएनएस

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता मनोज झा ने शनिवार को देश के विकास में बिहार के लोगों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में इस बार पर जोर दिया कि अगर बिहार के लोग एक दिन भी काम करना बंद कर दें, तो देश की धड़कन रुक जाएगी। बिहार के बगैर इस देश का काम नहीं होने वाला है।

दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के कहने पर राज्य में फर्जी तरीके से मतदाता सूची में बिहार के लोगों के नाम जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और दिल्ली में बीजेपी ने इसी तरह जीत हासिल की, लेकिन बंगाल में ऐसा नहीं चलेगा।

इसी को लेकर मनोज झा ने यह बयान दिया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव आयोग पर इससे पहले भी कई तरह के गंभीर आरोप लग चुके हैं। महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में भी इस तरह की शिकायतें आई हैं।

आरजेडी नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि इस तरह से जिस तरह की शिकायतें आ रही हैं, उसे दूर करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव आयोग का काम "केवल शेरो-शायरी करना" नहीं है।


मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के संदर्भ में मनोज झा ने कहा कि वहां लंबे समय से दंगे हो रहे हैं। समुदायों के बीच में खाई इस तरह से पैदा हो चुकी है कि उसे पाटना चुनौतीपूर्ण हो चुका है। हमने कई बार इस मुद्दे पर केंद्र का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की, लेकिन केंद्र की तरफ से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। आज वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया।

उन्होंने सवाल उठाया, "क्या प्रधानमंत्री का यह कर्तव्य नहीं बनता है कि वह वहां पर जाएं? उनके वहां पर जाने से लोगों के जख्मों पर मरहम लगेगा। लेकिन, न जाने कौन उनके सलाहकार हैं कि प्रधानमंत्री वहां पर जाने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। केंद्र सरकार को यह कोशिश करनी होगी कि मणिपुर में लोकतंत्र बहाल हो।"

उधर, ममता बनर्जी द्वारा 2026 का पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के ऐलान पर मनोज झा ने कहा कि यह उनकी एकतरफा घोषणा है। बाकी दलों की अपनी राय है। सवाल यह है कि हम किस तरह से बेहतर तरीके से बीजेपी के लिए चुनौती पेश कर सकें।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia