'कांग्रेस सरकार की पांच गारंटी योजनाओं से कर्नाटक में सार्थक बदलाव', जानिए योजना के परिणामों पर क्या बोले जयराम?
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि चार प्रतिष्ठित शोध और शैक्षणिक संस्थानों ने एक अध्ययन किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की पांच गारंटी योजनाओं ने राज्य में प्रभावशाली और सार्थक बदलाव किए हैं।

कांग्रेस ने एक अध्ययन का हवाला देते हुए शुक्रवार को कहा कि कर्नाटक में उसकी सरकार द्वारा ‘पांच गारंटी’ लागू किए जाने से प्रभावशाली एवं सार्थक बदलाव आए हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि चार प्रतिष्ठित शोध और शैक्षणिक संस्थानों ने एक अध्ययन किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की पांच गारंटी योजनाओं ने राज्य में प्रभावशाली और सार्थक बदलाव किए हैं।
महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान जारी कर प्रत्येक योजना के परिणामों पर प्रकाश डाला।
जयराम रमेश ने योजना के परिणामों पर डाला प्रकाश
शक्ति योजना (महिलाओं के लिए मुफ़्त बस यात्रा):
शक्ति योजना के तहत मुफ्त बस यात्रा मिलने से 19 प्रतिशत महिलाओं को रोजगार या बेहतर नौकरी मिलने में मदद मिली है।
बेंगलुरु के शहरी जिले में यह आंकड़ा 34 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
80 प्रतिशत लाभार्थियों ने स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच की बात कही है।
72 प्रतिशत महिलाओं ने इस योजना से अपने आत्मविश्वास और सशक्तिकरण में वृद्धि का अनुभव किया है।
गृह लक्ष्मी योजना (परिवार की महिला मुखियाओं के लिए 2,000 रुपये):
94 प्रतिशत ने आहार और पोषण के लिए, 90 प्रतिशत ने स्वास्थ्य देखभाल के लिए और लगभग 50 प्रतिशत ने अपने बच्चों की शिक्षा के लिए धन का उपयोग किया।
इस योजना को दीर्घकालिक पारिवारिक निवेश को सक्षम बनाने तथा समग्र कल्याण में सुधार लाने के रूप में देखा जा रहा है।
अन्न भाग्य (मुफ़्त चावल योजना):
94 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने लाभ प्राप्त करने की सूचना दी।
91 प्रतिशत लाभार्थी परिवार इस योजना का उपयोग पोषण की पूर्ति, सब्ज़ियाँ, दूध और अन्य आवश्यक वस्तुएँ खरीदने के लिए कर रहे हैं।
गृह ज्योति (200 यूनिट मुफ़्त बिजली):
72 प्रतिशत महिला लाभार्थियों ने बताया कि उनके घरेलू बिजली का उपयोग बढ़ा है।
43 प्रतिशत ने बिजली की बचत का उपयोग ऐसे उपकरण खरीदने में किया जिनसे समय की बचत होती है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है।
युवा निधि (बेरोज़गार युवाओं के लिए भत्ता):
42 प्रतिशत लाभार्थियों ने बताया कि उन्होंने कौशल विकास और रोज़गार के अवसरों के लिए धन का उपयोग किया।
जयराम रमेश ने कहा कि महिलाएं अब अधिक स्वस्थ और गतिशील हैं और परिवार और समाज में सशक्त हुई हैं। परिवार अपने स्वास्थ्य और शिक्षा में दीर्घकालिक निवेश कर रहे हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है, क्योंकि जमीनी स्तर पर मांग बढ़ी है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia