मोदी सरकार ने शुरू की आर्थिक आतंकवाद, हमारे बैंक खातों पर डाला जा रहा डाका: कांग्रेस

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को आर्थिक रूप से अपंग बनाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "यह कांग्रेस की आर्थिक रूप से हत्या करने का प्रयास नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की हत्या है।"

'कर आतंकवादी' के जरिये कांग्रेस को लोकसभा मजबूती से चुनाव लड़ने से रोका जा रहा है- जयराम रमेश
'कर आतंकवादी' के जरिये कांग्रेस को लोकसभा मजबूती से चुनाव लड़ने से रोका जा रहा है- जयराम रमेश
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर "आर्थिक आतंकवाद'' शुरू करने का आरोप लगाया और दावा किया कि उसके खातों से 65 करोड़ रुपये से अधिक की राशि 'डाका डालकर' निकाल ली गई ताकि लोकसभा चुनाव से पहले उसे आर्थिक रूप से अपंग बनाया जा सके।

पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह आरोप भी लगाया कि बीजेपी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को 'तानाशाही राज' में बदलने का प्रयास कर रही है।

केसी वेणुगोपाल ने आगे कहा, "यह स्पष्ट रूप से वित्तीय आतंकवाद है जिसे बीजेपी सरकार ने कांग्रेस पार्टी पर थोपा है। बैंकों से मिली नवीनतम जानकारी के अनुसार, बीजेपी सरकार ने बैंकों को हमारी जमा राशि से लगभग 65.89 करोड़ रुपये सरकार को हस्तांतरित करने के लिए बाध्य किया है। यह राशि AICC, IYC, और NSUI से है। हमने यह पैसा पार्टी के साधारण कार्यकर्ताओं से प्राप्त किया है। संसदीय चुनावों से ठीक पहले इसका क्या अर्थ है? वे मूल रूप से हमारे पैसे को बैंक से चुरा रहे हैं।"

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को आर्थिक रूप से अपंग बनाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "यह कांग्रेस की आर्थिक रूप से हत्या करने का प्रयास नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की हत्या है।"

रमेश ने दावा किया कि इस 'कर आतंकवादी हमले' के जरिये यह प्रयास हो रहा है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव मजबूती से नहीं लड़ सके।


वेणुगोपाल ने कहा, "बीजेपी द्वारा कांग्रेस के खिलाफ आर्थिक आतंकवाद शुरू किया गया है। हमें यह पैसा आम लोगों और कार्यकर्ताओं से मिला है। लोकसभा चुनाव से पहले मुख्य विपक्षी दल के खातों को एक तरह से हाईजैक कर लिया गया है।"

उन्होंने आरोप लगाया, "बुनियादी बात है कि बैंकों से हमारे पैसे चुराए जा रहे हैं... यह चुनाव में विपक्ष को समान अवसर से वंचित करने का प्रयास है।"

वेणुगोपाल ने कहा, "हम लड़ेंगे। हम अधिकरण के पास गए हैं... हम जनता के पास जायेंगे, क्योंकि जनता ही मालिक है।" उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को तानाशाही राज में बदलना चाहती है।


कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने आरोप लगाया, "बीजेपी की सरकार ने सभी विपक्षी दलों और कांग्रेस के खिलाफ आर्थिक आतंकवाद शुरू कर दिया है...हमारे खातों पर डाका डालकर मोदी सरकार पैसे ले गई है।"

उन्होंने कहा कि पार्टी, भारतीय युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के खातों से 65.88 करोड़ रुपये निकाले गए हैं।

माकन ने कहा, "कांग्रेस को 2018-19 में 142.83 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से सिर्फ 14.49 लाख रुपये हमारे विधायकों और सांसदों की एक महीने की सैलरी से मिले थे। ये 14 लाख रुपये कैश में आने की वजह से हमारे ऊपर 210 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगा दी गई। हमें 31 दिसंबर तक अपने खातों की जानकारी आयकर विभाग को देनी थी, लेकिन हमने 2 फरवरी 2019 को दी। ऐसे में सारे पैसे पर यह पेनल्टी लगाई गई। ऐसा आज तक कभी नहीं हुआ। अब 5 साल बाद सरकार और आयकर विभाग जागा है, जब चुनाव सिर पर हैं। ये कहां का न्याय है? ये कांग्रेस पार्टी को आर्थिक रूप से तोड़ने की कोशिश है ताकि हम लोग चुनाव न लड़ पाएं। अगर हमारे खाते फ्रीज हो जाएंगे तो हम चुनाव कैसे लड़ेंगे, प्रचार कैसे करेंगे?"

भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी. वी. ने आरोप लगाया कि उनके संगठन के खातों से जो पैसा निकाला गया, वह कार्यकर्ताओं ने जमा किया था। उन्होंने कहा कि जनता इस तानाशाहीपूर्ण रवैये का जवाब देगी।


आयकर विभाग ने पिछले दिनों 210 करोड़ रुपये की रिकवरी की मांग का हवाला देते हुए कांग्रेस के प्रमुख खाते ‘फ्रीज’ कर दिए थे। हालांकि बाद में आयकर अपीलीय अधिकरण ने अगली सुनवाई होने तक उसके खातों पर से रोक हटा दी थी।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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