मुंबई रेल हादसा : मोदी सरकार की ‘मंदी’ ने ले ली 22 लोगों की जान

मुंबई में हुए हादसे के लिए रेल मंत्रालय पर ‘मानव वध’ का मुकदमा चलना चाहिए, क्योंकि इस पुल को चौड़ा करने की मांग की गई थी, तो रेल मंत्री ने वैश्विक मंदी कहकर असमर्थता जताई थी।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मुंबई के एलफिन्स्टन रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को हुए हादसे के लिए रेल मंत्रालय पर ‘मानव वध’ का मुकदमा चलना चाहिए, क्योंकि जब इस पुल को चौड़ा करने की मांग की गई थी, तो रेल मंत्री ने वैश्विक मंदी का हवाला देकर इस काम को कराने में असमर्थता जताई थी। ये आरोप शिवसेना ने लगाया है। बता दें कि इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि तीस से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में 18 पुरुष और 4 महिलाएं हैं।

इस भीषण हादसे की वजह ओवरब्रिज टूटने की अफवाह बताई जा रही है। लेकिन इस मामले पर शिवसेना ने केंद्र सरकार को घेर लिया है। शिवसेना ने कहा है कि उसके सांसदों ने रेल मंत्रालय को पत्र लिखकर इस पुल को चौड़ा करने की मांग की थी, लेकिन तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने वैश्विक मंदी का हवाला दिया था। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत और राहुल शेवाले ने 2015 और 2016 में रेल मंत्रालय को इस पुल के बारे में लिखा था। शिवसेना सांसदों ने इसे 12 मीटर चौड़ा करने की मांग की थी। यही नहीं, शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने संसद में भी इस रेलवे ब्रिज का मुद्दा उठाया था।

मुंबई
रेल हादसा : मोदी
सरकार की ‘मंदी’ ने ले ली 22 लोगों की जान
शिवसेना सांसद राहुल शिवाले का वह पत्र जो उन्होंने इस पुल के बारे में रेल मंत्री को लिखा था

इस पत्र के जवाब में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 20 फरवरी 2016 को वैश्विक मंदी और पैसे की कमी का हवाला दिया था। प्रभु ने पत्र में लिखा था कि रेलवे मुश्किल हालात से गुजर रहा है। हालांकि, रेल मंत्रालय ने शिवसेना सांसद अरविंद गणपत सावंत को लिखे पत्र में मांग पर ‘पॉजिटिव विचार’ करने की बात लिखी थी।

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सरकार की ‘मंदी’ ने ले ली 22 लोगों की जान
शिवसेना सांसद अरविंद सावंत का पत्र जो उन्होंने रेल मंत्री को लिखा था

इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने केंद्र सरकार पर 'मानव वध' का मुकदमा चलाने की मांग की है। संजय राउत ने कहा, "सरकार के ऊपर सदोश मनुष्यवध की FIR दर्ज की जानी चाहिए और रेलवे मिनिस्ट्री के खिलाफ मुकदमा करना चाहिए।"

इस दौरान इस रेल हादसे की चौतरफा आलोचना शुरु हो गयी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे मानव निर्मित दुर्घटना करार देते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। तो आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि बीते तीन सालों में उन्होंने रेलवे की खराब हालत को लेकर सरकार के तमाम पत्र लिखे लेकिन किसी पर कोई अमल नहीं हुआ।

उन्होंने आगे कहा है कि मोदी सरकार ने रेलवे जैसी दुधारू गाय को बीमार कर दिया है।

वहीं राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने इस दुर्घटना को आपराधिक करार देते हुए जल्द से जल्द जांच कराने और दोषियों को सजा देने की बात की है।

इस दुर्घटना पर फिल्मी सितारों ने भी शोक और गुस्सा जताया है। फिल्ममेकर शेखर कपूर ने इसे बेहद दुर्भाग्य पूर्ण करार दिया है। उन्होंने कहा है कि ऐसी दुर्घटनाओं पर भी राजनीति होना दुखद है।

वहीं अभिनेता अनिल कपूर ने इसे दुर्घटना के संदर्भ में विकास पर सवालिया निशान लगाया है।

फिल्मकार हंसल मेहता ने भी इस दुर्घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि सरकारें स्टेशन और दूसरी जगहों के नाम बदलने में जुटी हुई हैं, लेकिन इनकी हालत सुधारने की तरफ कोई ध्यान नहीं है।

इस बीच महाराष्ट्र सरकार की संवेदनहीनता की खबरें भी सामने आई हैं। जिस अस्पताल में मृतकों और घायलों को ले जाया गया, वहां जब पीड़ित परिवार पहुंचे तो उन्हें जबरदस्त पीड़ा का सामना करना पड़ा। अस्पताल प्रशासन ने सभी मृतकों की फोटो और उस पर नंबर लगाकर दीवार पर सूची चिपका रखी है।

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