यूपी में योगी के गृह जिले के पास सरकारी गौशाला में सौ से ज्यादा गायों की मौत, शवों को दफ्नाने का काम जारी

उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर से सटे एक इलाके की गौशाला में सौ से ज्यादा गायों की मौत हो गई। मामला छिपाते हुए रात के अंधेरे में गायों के शवों को दफ्नाने का काम जारी है।

फोटो : सौजन्य डाइनामाइट न्यूज
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर से सटे महाराजगंज में एक सरकारी गौशाला में कम से कम 100 गायों की रहस्यमय मौत की खबर है। गायों की मौत की खबर को छिपाया जा रहा है और रात के अंधेरे में जेसीबी मशीनों से गायों के शव जमीन में दफनाए जा रहे हैं। इस मामले में न तो गौशाला प्रबंधक और न ही किसी अधिकारी के पास कोई जवाब है। इन गायों की मौत का कारण भी साफ साफ नहीं बताया जा रहा है। यह खबर एक न्यूज वेबसाइट ने दी है।

फोटो : सौजन्य डाइनामाइट न्यूज
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इस गौशाला में जहांं-तहां गायों के शव और कंकाल बिखरे पड़े हैं

महाराजगंज जिले की निचलौल तहसील स्थित मधवलिया गोसदन में 100 से ज्यादा गायों की मौत हो गयी है और करीब इतनी ही बुरी तरह बीमार हैं और जबरदस्त सर्दी के बीच खुले आकाश में बिना चारे के मरणासन्न अवस्था में हैं। खबरों के मुताबिक मौके पर कोई बड़ा अधिकारी नहीं पहुंचा है और तहसील स्तर के कर्मचारी अपने स्तर पर इस मामले की लीपापोती में जुटे हुए हैं। तहसील कर्मचारियों ने आधा दर्जन के करीब जेसीबी मशीनों को लगाकर रात के अंधेरे में गायों को दफ्नाने का काम युद्धस्तर पर शुरु किया है।

फोटो : सौजन्य डाइनामाइट न्यूज
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एक साथ दो-दो गायों के शव गौशाला में बिखरे पड़े हैं

वेबसाइट पर प्रकाशित वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि जेसीबी मशीनों से किस तरह गायों को दफ्नाने का काम किया जा रहा है। एक जेसीबी चालक के मुताबिक अकेले उसने ही कम से कम 60 गायों के शव दफ्नाए हैं, जबकि बाकी जेसीबी मशीनें भी इस काम में जुटी हैं। इलाके के ग्रामीण भी मरने वाली गायों की संख्या बहुत ज्यादा बता रहे हैं। वेबसाइट ने जो तस्वीरें प्रकाशित की हैं, उसमें साफ नजर आ रहा है कि पूरे गोसदन में जगह गायों के शव और कंकाल बिखरे पड़े हैं।

नीचे दिए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह रात के अंधेरे में मृत गायों के शवों को जेसीबी से खोदे गए गहरे गड्ढों में फेंका जा रहा है।

(यह वीडियो डाइनामाइट न्यूज वेबसाइट से साभार लिया गया है।)

खबरों के मुताबिक यह गोसदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह गोसदन करीब 400 एकड़ में फैला है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के सत्तासीन होने के बाद यहां का प्रबंधन बदला गया था। जानकारी के अनुसार कुछ महीने पहले तक यहां करीब 350 गायें थीं, और हाल ही में यहां करीब डेढ़ सौ गायें गोरखपुर से लाकर रखी गई हैं। इन गायों में ज्यादातर बीमार और बूढ़ी गायें भी हैं। लेकिन इस गोसदन की क्षमता महज 250 गाय की है, ऐसे में ज्यादातर गायों को इस भीषण सर्दी में खुले आकाश में ही छोड़ दिया गया।

खबर है कि गायों की मौत के खबर पाकर शनिवार शाम निचलौल तहसील के उप जिलाधिकारी देवेश गुप्ता ने गोसदन का दौरा किया। वे यहां सिर्फ एक गाय की मौत की बात करते हैं और पिछले एक सप्ताह के दौरान हुई गायों की मौत पर खामोश हैं। जेसीबी चालक के बयान पर उनका कहना था कि वे जांच करा रहे हैं और जांच होने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

नीचे दिए वीडियो में देखिए कि किस तरह उप जिलाधिकारी देवेश गुप्त मामले को मामूली बताने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि जेसीबी से गड्ढे एडवांस में खुदवाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में किसी गाय की मौत हो तो उसे दफ्नाने की व्यवस्था हो सके।

वीडियो सौजन्य डायइनामाइट न्यूज

इस गोसदन के प्रबंधक जितेंद्र पाल सिंह का कहना है कि इस गौशाला में सिर्फ 250 गायें रखने की सुविधा है, लेकिन कहीं अधिक तादाद में गायें आने से अव्यवस्था फैली है। उन्होंने कहा कि वे आला अधिकारियों को इस बारे में सूचित कर चुके हैं।

वीडियो सौजन्य डाइनामाइट न्यूज

(यह खबर सबसे पहले डाइनामाइट न्यूज पर प्रकाशित हुई है)

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Published: 13 Jan 2018, 11:09 PM