सांसद पप्पू यादव ने शिबू सोरेन के लिए भारत रत्न की मांग की, बोले- वे मानवता और सामाजिक न्याय के प्रतीक थे

पप्पू यादव ने कहा कि सोरेन न केवल झारखंड में बल्कि पूरे देश में वंचितों और उत्पीड़ितों की आवाज़ थे। उन्होंने कहा, “वह संघर्ष, मानवता और सामाजिक न्याय के प्रतीक थे।”

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

बिहार के सांसद पप्पू यादव ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और दिवंगत नेता शिबू सोरेन को आदिवासियों के उत्थान के लिए काम करने के वास्ते भारत रत्न दिए जाने की मांग की।

रांची में मोरहाबादी स्थित आवास पर सोरेन को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद पूर्णिया से निर्दलीय विधायक ने कहा कि वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आठ बार सांसद रहे सोरेन को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की अपील करेंगे।

यादव ने कहा, “शिबू सोरेन जैसे निष्ठावान और दृढ़ व्यक्तित्व को शोषितों, वंचितों और आदिवासियों के उत्थान के लिए उनके योगदान और बलिदान के सम्मान में भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।”

उन्होंने कहा, "भगवान बिरसा मुंडा और बाबासाहेब आंबेडकर के बाद, अगर किसी को आदिवासियों और उत्पीड़ित समुदायों के लिए संघर्ष के लिए जाना जाता है, तो वह शिबू सोरेन हैं। वह भारत रत्न के हकदार हैं।"

यादव ने कहा कि सोरेन न केवल झारखंड में बल्कि पूरे देश में वंचितों और उत्पीड़ितों की आवाज़ थे। उन्होंने कहा, “वह संघर्ष, मानवता और सामाजिक न्याय के प्रतीक थे।”


राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने भी सोरेन को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग की।

उन्होंने कहा, “झारखंड आंदोलन के नेता को भारत रत्न देना पूरे आदिवासी समुदाय की तरफ से उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

अंसारी ने कहा कि सोरेन एक “जननायक” और लाखों आदिवासियों के अधिकारों की आवाज थे।

केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल उरांव ने कहा कि सोरेन आदिवासियों और वंचितों के लिए प्रेरणा रहे हैं।

उरांव ने सोरेन को भारत रत्न दिए जाने के बारे में कहा कि वह इस पर टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं हैं।

राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “शिबू सोरेन जी को मरणोपरांत भारत रत्न देना सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

झारखंड के गठन में अहम भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक शिबू सोरेन ने सोमवार को अंतिम सांस ली। वह 81 वर्ष के थे।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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