बिहार में उद्घाटन से ठीक पहले टूटा बांध, विपक्ष ने उठाए सवाल

बिहार के भागलपुर जिले में एक नवनिर्मित बांध उद्घाटन से ठीक एक दिन पहले टूट गया। करोड़ों रुपये की लागत से बने इस बांध के टूटने पर इसके निर्माण में घोटाले और अनियमितता के आरोप लग रहे हैं।

बांध टूटने के बाद चारों तरफ पानी ही पानी/ फोटोः Twitter
बांध टूटने के बाद चारों तरफ पानी ही पानी/ फोटोः Twitter
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नवजीवन डेस्क

बिहार और झारखंड में किसानों को सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लिए 389.31 करोड़ रुपये की लागत से भागलपुर जिले के बटेश्वर स्थान में गंगा नदी पर पंप नहर सिंचाई परियोजना के तहत बांध का निर्माण किया गया था। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 20 सितंबर को इस बांध का उद्घाटन करने वाले थे। लेकिन उद्घाटन से एक दिन पहले ही बांध की दीवार टूट जाने से मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा है। इस हादसे की वजह से आसपास के इलाके में बहुत ज्पादा पानी भर गया है। हालांकि अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

उद्घाटन के पूर्व इस परियोजना की मंगलवार को जांच की जा रही थी। इस दौरान पानी के अत्यधिक दबाव की वजह से बांध (कैनाल) की एक दीवार टूट गई। गौरतलब है कि इस परियोजना पर पिछले 40 साल से काम चल रहा था और अब जाकर बांध का निर्माण कार्य पूरा हो पाया था।

इस परियोजना से भागलपुर में 18,620 हेक्टेयर तथा झारखंड के गोड्डा जिले की 4,038 हेक्टयर भूमि सिंचित होनी थी। बताया जा रहा है कि इस परियोजना पर अब तक 828 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि खर्च की जा चुकी है।

नवनिर्मित बांध के ठीक उद्घाटन के पहले टूट जाने पर विपक्ष ने भी सरकार को निशाने पर लिया है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार के विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार को इस हादसे की वजह बताया है। उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट कर कहा, ‘जल संसाधन विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा है। मुख्यमंत्री जी, इस विभाग के भ्रष्टाचार पर ना जाने क्यों चुप रहते हैं?’ दरअसल तेजस्वी का इशारा बिहार के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह की तरफ है, जो नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते हैं।

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Published: 20 Sep 2017, 2:00 PM