उमर अब्दुल्ला का दावा, पीएम मोदी के श्रीनगर भाषण में नई बातों का अभाव, जनता की उम्मीदें टूटीं

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री खुद चुनाव की घोषणा नहीं कर सकते, लेकिन उन्हें कम से कम उच्चतम न्यायालय द्वारा तय की गई 31 सितंबर की समय सीमा से पहले विधानसभा चुनाव कराने के बारे में कुछ कहना चाहिए था।

फोटोः IANS
फोटोः IANS
user

नवजीवन डेस्क

नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि बृहस्पतिवार को यहां एक रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए भाषण में कुछ भी नया नहीं था और जम्मू-कश्मीर के लोगों की उम्मीदें धराशायी हो गईं।

अब्दुल्ला ने पार्टी के एक समारोह के इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे भाषण में कुछ भी नया नहीं दिखा। उन्होंने उन्हीं चीजों के बारे में बात की जिनके बारे में वह बात करते रहे हैं। उन्होंने लोकतंत्र की बहाली के बारे में ऐसा कुछ भी नहीं कहा जो लोग सुनना चाहते थे।’’

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री खुद चुनाव की घोषणा नहीं कर सकते, लेकिन उन्हें कम से कम उच्चतम न्यायालय द्वारा तय की गई 31 सितंबर की समय सीमा से पहले विधानसभा चुनाव कराने के बारे में कुछ कहना चाहिए था।


उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें कहना चाहिए था कि उस (समय सीमा) से पहले चुनाव होंगे, उन्हें पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने के बारे में कुछ कहना चाहिए था, उन्हें बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार पैकेज की घोषणा करनी चाहिए थी, उन्हें दिहाड़ी मजदूरों के नियमितीकरण को लेकर कुछ कहना चाहिए था, उन्हें बिजली संकेट के बारे में कुछ कहना चाहिए था।’’

अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद थी कि मोदी इन पर बोलेंगे, लेकिन हमारी उम्मीदें धराशायी हो गईं।’’

इससे पहले, बारामूला के पूर्व विधायक जावेद हुसैन बेग अपने समर्थक के साथ एनसी में शामिल हुए। पूर्व उपमुख्यमंत्री और पद्मश्री से सम्मानित मुजफ्फर हुसैन बेग के भतीजे बेग को हाल में ‘अपनी पार्टी’ से निष्कासित कर दिया गया था। वह 2014 में बारामूला विधानसभा क्षेत्र से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायक थे।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia