डॉ आंबेडकर पर शाह की टिप्पणी को लेकर विपक्ष का हंगामा, राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित
सभापति ने इसके बाद कांग्रेस के प्रमोद तिवारी को व्यवस्था का प्रश्न उठाने की अनुमति दी। तिवारी ने कहा कि आज जो भी सदस्य यहां सदन में बैठा है वह बाबा साहेब के कारण ही बैठा है। उन्होंने कहा कि कल गृह मंत्री ने संविधान निर्माता को अपमानित किया है।

संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह द्वारा कथित तौर पर की गई एक टिप्पणी को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही बाधित रही और एक बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब सवा दो बजे बैठक को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसी दौरान विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री शाह ने संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान किया है और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। सभापति ने उन्हें सदन की कार्यवाही चलने देने के लिए कहा।
उन्होंने बीजेपी के डॉ राधामोहन दास अग्रवाल से शून्यकाल के तहत अपना मुद्दा उठाने के लिए कहा। अग्रवाल ने ‘मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव’ से संबंधित मुद्दे पर अपनी बात शुरु की। लेकिन विपक्षी सदस्यों ने गृह मंत्री से माफी की मांग को लेकर हंगामा तेज कर दिया।
सभापति ने उनसे शांत रहने की अपील करते हुए कहा ‘‘बाबा साहेब का सम्मान हम सब करते हैं। वह हम सबके लिए प्रात: वंदनीय, सदैव आदरणीय और अनुकरणीय हैं। देश और देश के बाहर, हर जगह, उनका सम्मान होता है।’’
सदन में व्यवस्था बनते न देख धनखड़ ने 11 बज कर 13 मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
दोपहर दो बजे उच्च सदन की बैठक फिर शुरू होने पर सभापति धनखड़ ने कहा कि उन्हें सत्ता पक्ष की ओर से अनुरोध मिला है कि अनुदान की अनुपूरक मांगों पर चर्चा से पहले बैंकिंग संबंधित एक विधेयक को चर्चा कर पारित किया जाए।
इसके उपरांत संसदीय कार्य मंत्री रीजीजू ने बताया कि क्यों बैंकिंग संबंधित विधेयक को विचार के लिए पहले लिया जा रहा है।
सभापति ने इसके बाद कांग्रेस के प्रमोद तिवारी को व्यवस्था का प्रश्न उठाने की अनुमति दी। तिवारी ने कहा कि आज जो भी सदस्य यहां सदन में बैठा है वह बाबा साहेब के कारण ही बैठा है। उन्होंने कहा कि कल गृह मंत्री ने संविधान निर्माता को अपमानित किया है।
इसके बाद आसन की अनुमति से नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘‘हम कोई नया मुद्दा उठाकर नहीं लाये। जो मुद्दा यहां (राज्यसभा में) अमित शाह ने उठाया था, उन्होंने कहा था कि इतना आप उठ-उठकर बोलते हो (डॉ आंबेडकर के बारे में), अगर आपने इतना ही नाम भगवान का लिया होता तो सात जन्म में आप स्वर्ग में चले जाते। ....इसलिए आपने बाबा साहेब का अपमान किया है। संविधान का अपमान किया है।’’
कांग्रेस और विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया।
मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश भी जारी किया है जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं कि , ‘‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’’
पीटीआई के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia