PM मोदी का मणिपुर दौरा महज दिखावा, शांति लाना या न्याय सुनिश्चित करना नहीं है इसका उद्देश्य: कीशम मेघचंद्र
मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र ने कहा, ‘‘बेहतर होता, अगर उन्होंने यह बता दिया होता कि यह यात्रा शांति और न्याय लाने से जुड़ी है। सभी हितधारकों के साथ बातचीत न होने से मैं बेहद निराश हूं।’’

मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि जातीय हिंसा से प्रभावित इस राज्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दौरा ‘‘केवल प्रतीकात्मक’’ है और इसका उद्देश्य ‘‘शांति लाना और न्याय सुनिश्चित करना’’ नहीं है।
मोदी शनिवार को मणिपुर पहुंचेंगे, जहां दो साल पहले जातीय हिंसा भड़की थी। वह 8,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का अनावरण करेंगे।
मेघचंद्र ने एक वीडियो संदेश में दावा किया, ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यात्रा को महज प्रतीकात्मक और दिखावा मानता हूं। राहत शिविरों में रह रहे आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों सहित महीनों से पीड़ित लोगों को शांति, पुनर्वास और न्याय के लिए एक ठोस रूपरेखा की उम्मीद थी।’’
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी का दौरा खोखला है।
वांगखेम के विधायक ने कहा, ‘‘बेहतर होता, अगर उन्होंने यह बता दिया होता कि यह यात्रा शांति और न्याय लाने से जुड़ी है। सभी हितधारकों के साथ बातचीत न होने से मैं बेहद निराश हूं।’’
कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मौजूदा स्थिति का ठीक से समाधान नहीं किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने यह भी सुना है कि चुराचांदपुर में हताश लोगों ने प्रधानमंत्री की यात्रा के संबंध में लगाए गए बैनर और कार्डबोर्ड कट-आउट नष्ट कर दिए।’’
मेघचंद्र ने कहा, ‘‘शांति लाने या मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करने का कोई प्रयास नहीं किया गया है। इस दौरे का उद्देश्य शांति लाना और न्याय सुनिश्चित करना नहीं है।’’
प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब विपक्षी दल कुकी और मेइती समुदायों के बीच जातीय संघर्ष के बाद राज्य का दौरा न करने को लेकर बार-बार उनकी आलोचना करते रहे हैं। इस संघर्ष में मई 2023 से अब तक 260 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
पीटीआई के इनपुट के साथ