डोकलामः गलत बयानी के लिए मोदी सरकार पर बिफरे राहुल गांधी, लगाया घुटने टेक कर जवानों को धोखा देने का आरोप

राहुल गांधी ने डोकलाम मुद्दे पर संसद में दिए सुषमा स्वराज के बयान की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि सरकार का चीनी ताकतों के सामने इस तरह घुटने टेकना सीमा पर तैनात जवानों के साथ धोखा है।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

चीनी सीमा पर स्थित डोकलाम में चीनी सैनिकों के हस्तक्षेप की लगातार सामने आ रही घटनाओं के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने डोकलाम मुद्दे पर संसद में दिए सुषमा स्वराज के बयान की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि सरकार का चीनी ताकतों के सामने इस तरह घुटने टेकना सीमा पर तैनात जवानों के साथ धोखा है। राहुल गांधी ने एक न्यूज वेबसाइट की खबर को साझा करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, “सुषमा स्वराज जैसी महिला का चीनी ताकत के सामने घुटने टेक देना आश्चर्यजनक है। सरकार का इस तरह चीन के सामने घुटने टेकना सीमा पर तैनात जवानों के साथ विश्वासघात है।”

राहुल गांधी ने इसके साथ एक खबर भी साझा किया है, जिसमें एक अमेरिकी अधिकारी के वहां की संसद में दिए बयान के हवाले से कहा गया है कि डोकलाम में चीन की हरकत आज भी बदस्तूर जारी है। खबर के अनुसार, अमेरिकी सीनेट में चीन की गतिविधियों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश विभाग में दक्षिण और मध्य एशिया के प्रिंसिपल डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेट्री एलिस जी वेल्स ने सदस्यों को बताया कि चीनी सेना ने चीन और भूटान के मध्य में स्थित डोकलाम क्षेत्र में खामोशी के साथ अपनी गतिविधियां जारी रखी हुई हैं और इस पर ना तो भारत और ना ही भूटान की ओर से विरोध दर्ज कराया गया है।

गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को लोकसभा में डोकलाम विवाद पर बयान देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि डोकलाम विवाद अब कोई मुद्दा नहीं है, ये विवाद पहले ही सुलझा लिया गया है। उन्होंने दावा किया कि सरकार की कूटनीतिक परिपक्वता से इस विवाद को सुलझा लिया गया है और यह विवाद मुख्य रूप से भूटान और चीन के बीच है, जिसमें भारत की कोई भूमिका नहीं है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि डोकलाम में यथास्थिति बनी हुई है और उसमें एक इंच का भी बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने विपक्ष को ही कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि बार-बार इस मुद्दे को क्यों उठाया जा रहा है।

बता दें कि सिक्किम सीमा के निकट भारतीय क्षेत्र डोकलाम में पिछले साल चीनी सेना द्वारा सड़क निर्माण कार्य किये जाने का मामला सामने आने के बाद वहां पर दोनों सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति बन गई थी। इस तनाव की वजह से भारत और चीन की सेना लगभग 73 दिनों तक आमने-सामने थीं। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी के चीन दौरे से पहले इस विवाद को 28 अगस्त, 2017 को सुलझाया गया था।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


Published: 02 Aug 2018, 4:01 PM