बीजेपी के झूठे वादों से अमेठी के लोग नाराज, इसीलिए राहुल के दौरे में गड़बड़ी फैलाने के लिए उतारे हुड़दंगी

अमेठी से चुनाव लड़ चुकीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बीते चार साल में अमेठी के लोगों से बेशुमार वादे किए। लेकिन जब एक भी वादा पूरा नहीं हुआ तो लोगों में बीजेपी को लेकर नाराजगी सामने आने लगी है।

फोटो: सोशल मीडिया
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विश्वजीत बनर्जी

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता ने बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को डरा दिया है, और यही वजह है कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के दो दिवयीस दौरे में काले झंडे दिखाए और उनका विरोध किया।

कुछ जगहों पर इनका प्रदर्शन इतना तीव्र था कि राहुल गांधी से मिलने और उनका स्वागत करने आए अमेठी और गौरीगंज के आम लोगों को मौके से भागना पड़ा। इस दौरान प्रशासन ने खुले तौर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं का पक्ष लिया और उन कांग्रेस समर्थकों को पीटा जो राहुल गांधी के रोड शो में फूलों की वर्षा करने आए थे।

आखिर क्यों अमेठी में राहुल की मौजूदगी से बीजेपी परेशान है? आखिर क्यों बीजेपी के कार्यकर्ता इतने उतावले थे कि राहुल गांधी को अपने रोड शो का मार्ग बदलना पड़ा?

दरअसल इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी। राहुल के अमेठी दौरे से पहले ही योगी ने एक बयान में पूछा था कि राहुल गांधी और उनके परिवार ने रायबरेली और अमेठी के विकास के लिए क्या किया है। योगी आदित्यनाथ नें गोरखपुर में कहा था, “गांधी परिवार अमेठी और रायबरेली का लगभग 4 दशकों से प्रतिनिधित्व कर रहा है। उन्हें लोगों को बताना चाहिए कि उन्होंने (राहुल गांधी) और उनके परिवार ने अमेठी और रायबरेली के लिए क्या किया है।”

पार्टी के निचले क्रम के नेताओं के लिए यह इशारा था और उन्होंने इसे हाथोंहाथ लिया। बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने सवाल पूछा कि राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं से क्यों नहीं मिलते, जिन्होंने भगदड़ की स्थिति पैदा की।

बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए दो बयानों से मिले संकेत पर्याप्त हैं, जिसने उन्हें राहुल गांधी का विरोध करने के लिए प्रेरित किया। जहां कहीं भी राहुल गांधी गए बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उनका पीछा किया और कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ नारे लगाए। अमेठी से कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश तिवारी का आरोप है कि पुलिस बीजेपी कार्यकर्ताओं का पक्ष ले रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन करने और राहुल गांधी के रोड शो में बाधा डालने की खुली छूट दी।

दरअसल बीजेपी की वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी 2014 में यहां से लोकसभा चुनाव हारने के बाद करीब 4 सालों से अमेठी आती-जाती रही हैं। शुरु में उन्हें लेकर अमेठी में उत्साह था, क्योंकि उन्होंने लोगों से इलाके का विकास, नौकरी और सामाजिक सुरक्षा का वादा किया था। लेकिन 4 साल बीत जाने के बाद भी जब सारे वादे झूठे साबित हुए तो लोगों ने अब बीजेपी नेताओं से सवाल पूछना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि बीजेपी ने उन्हें क्षुब्ध बना दिया है। और लोगों की यही निराशा राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन में दिखी।

कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों में क्या कहना है पुलिस का:

सोमवार को राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं से भिड़ने के आरोप में रायबरेली के सोलन कोतवाली थाने में कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह समेत 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। राम सजीवन नाम के व्यक्ति ने दीपक सिंह समेत 15 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 323, 352, 427, 504 और 506 केस दर्ज करवाया है। इसके अलावा प्रशासन ने दीपक सिंह और अन्य के खिलाफ ड्यूटी के दौरान सुरक्षाकर्मियों से दुर्व्यवहार करने का भी एक केस दर्ज किया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शेखर सिंह के मुताबिक, “सोमवार रात कांग्रेस विधायक दीपक सिंह के खिलाफ सलोन थाने में दो मामले दर्ज किए गए हैं। एक मामला एक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराया गया है। वहीं दूसरा मामला पुलिस ने दर्ज कराया है।” अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा, “अपनी शिकायत में रामसजीवन निर्मल ने बताया कि सोमवार को सलोन के लोग अपनी परेशानी बताने के लिए जब राहुल गांधी से मिलने की कोशिश कर रहे थे, तभी कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह और पार्टी के नेता जमाल अनवर समेत 15 से 20 लोगों ने उनपर हमला कर दिया, जिसमें रामसजीवन निर्मल घायल हो गए।”

दीपक सिंह और जमाल अनवर समेत 40 से 50 लोगों के खिलाफ दूसरा मामला सलोन पुलिस थाने के गौदीन शुक्ला ने दर्ज कराया है। अपनी शिकायत में शुक्ला ने लिखा है, “कुछ लोगों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं, जिस पर लिखा था ‘रेलवे लाइन कहां है’। यह लोग नर्सिंग होम के पास खड़े थे। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने पुलिस को बताया कि वे स्थानीय नागरिक हैं, और वे शांतिपूर्वक तरीके से सांसद से अपनी परेशानियों को लेकर शिकायत करने आए हैं।” गौदीन शुक्ला के मुताबिक, उन लोगों ने यह भी बताया कि वे प्रदर्शन में शामिल नहीं होंगे, और ना ही वे काले झंडे दिखाएंगे। शुक्ला ने अपनी शिकयत में यह भी कहा है कि तलाशी के दौरान इन लोगों से कुछ भी आपत्तिजनक चीज नहीं मिली।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शेखर सिंह ने कहा, “जब राहुल गांधी का काफिला आ रहा था उस वक्त कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह और पार्टी के नेता जमाल अनवर समेत 40 से 50 अन्य लोग प्रदर्शन कर रहे लोगों की ओर दौड़े और उनपर हमला कर दिया। जब पुलिस ने इस मामले में दखल देने की कोशिश की तो उन लोगों ने पुलिस से भी हाथापाई की।”

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Published: 17 Jan 2018, 5:39 PM