रामोजी राव: मीडिया और मनोरंजन उद्योग पर अमिट छाप छोड़ने वाली एक बहुमुखी प्रतिभा

मध्यवर्गीय किसान परिवार से आने वाले रामोजी राव ने 1969 में किसानों पर आधारित पत्रिका ‘अन्नदाता’ की शुरुआत कर मीडिया के क्षेत्र में कदम रखा था।

फोटो: PTI
फोटो: PTI
user

पीटीआई (भाषा)

हैदराबाद में शनिवार सुबह दिवंगत हुए मीडिया जगत के प्रख्यात व्यक्तित्व एवं रामोजी समूह के अध्यक्ष रामोजी राव बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे जिन्होंने मीडिया, आतिथ्य, एनबीएफसी, खाद्य एवं खुदरा स्टोर श्रृखंला जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बेमिसाल काम किया।

सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाले राव ने सबसे अधिक प्रसार संख्या वाले दैनिक ‘ईनाडु’ की स्थापना की थी। उनके द्वारा स्थापित कंपनियों-- ईनाडू अखबार, चैनलों का ईटीवी समूह, दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी रामोजी फिल्म सिटी, ‘डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स’, ‘मार्गदर्शी चिट फंड’, फिल्म निर्माण कंपनी ‘उषाकिरन मूवीज’, ‘प्रिया फुड्स’ और अन्य ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना एवं अन्यत्र हजारों लोगों को नौकरियां दी तथा वे लाखों की जिंदगी को प्रभावित करती आ रही हैं।

रामोजी राव ‘एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया’ के भी अध्यक्ष रहे। तटीय आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में 16 नवंबर, 1936 को जन्मे राव ने 1962 में ‘मार्गदर्शी चिट फंड’ कंपनी शुरू की थी जो आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और अन्य राज्यों में ग्राहकों को अपनी सेवा प्रदान करती थी।

मध्यवर्गीय किसान परिवार से आने वाले रामोजी राव ने 1969 में किसानों पर आधारित पत्रिका ‘अन्नदाता’ की शुरुआत कर मीडिया के क्षेत्र में कदम रखा था।

सन् 1974 में विशाखापत्तनम में उनके द्वारा शुरू किए गए ‘ईनाडू’ ने अविभाजित आंध्र प्रदेश में अखबार उद्योग में क्रांति का सूत्रपात किया और विभिन्न संस्करणों के साथ वह सबसे अधिक प्रसार संख्या वाला तेलुगु दैनिक बना हुआ है।


‘ईनाडु’ कई मायनों में एक अग्रणी अखबार बन गया क्योंकि रामोजी राव ने यह सुनिश्चित किया कि अखबार सूर्योदय से पहले पाठकों के हाथों में पहुंच जाना चाहिए। दरअसल राव अपनी समय पाबंदी के लिए जाने जाते थे।

आसान तेलुगु के इस्तेमाल, अखबार में स्थानीय खबरों के कवरेज में वृद्धि, हर जिलों के लिए विशेष संस्करण ने इस अखबार को पाठकों के बीच बहुत लोकप्रिय बना दिया।

सन् 1984 में जब तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के संस्थापक एन टी रामाराव को रक्तहीन तख्तापलट के तहत सत्ता से हटा दिया गया तब ‘ईनाडु’ ने ‘लोकतंत्र की बहाली’ अभियान चलाया और इससे अंतत: एनटीआर सत्ता में लौटी। इस अखबार का यह अभियान रामोजी राव के जीवन में मील का पत्थर था।

प्राकृतिक आपदाओं के बाद ‘ईनाडु राहत कोष’ के जरिए जुटायी गयी धनराशि से विभिन्न राज्यों में स्थायी मकानों एवं विद्यालयों का निर्माण किया गया है।

इंटरनेट के आगमन के बाद ‘ईनाडु‘ द्वारा इजाद किए गए कई तेलुगु शब्द तेलुगु शब्दकोश का हिस्सा बन गये।

दूरदर्शन का एकाधिकार समाप्त होने के बाद ईटीवी तेलुगु में पहले सेटेलाइट मनोरंजन चैनलों में एक था। देखते-ही-देखते ईटीवी घर-घर में पहुंच गया।


ईटीवी के चैनलों में शीघ्र विस्तार हुआ है और ईटीवी न्यूज (तेलुगु), ईटीवी (कन्नड़), ईटीवी (बंगाली) , ईटीवी(बंगाली) और अन्य आदि अस्तित्व में आ गये।

ईटीवी पर ‘पदुथा तीयागा’ नामक संगीत कार्यक्रम से हजारों उभरते गायक सामने आये। दिवंगत एस पी बालासुब्रमण्यम करीब दो दशक तक इस कार्यक्रम के प्रस्तोता रहे। रामोजी फिल्म सिटी को ‘गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकार्ड’ ने दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी के रूप में मान्यता दी।

हैदराबाद के बाहरी क्षेत्र में स्थित रामोजी फिल्म सिटी में एस एस राजामौली की मशहूर फिल्म ‘बाहुबली’ समेत सभी भारतीय भाषाओं में हजारों फिल्मों एवं कुछ ‘ब्लॉकबस्टर’ हिंदी फिल्मों की भी शूटिंग हुई।

‘प्रिया फुड्स’ द्वारा ‘प्रिया’ ब्रांड से बनाये जाने वाले अचार को देश के विभिन्न हिस्सों तथा अमेरिका समेत कई अन्य देशों में भी बहुत पसंद किया जाता है।

कम बजट में फिल्म निर्माण और अक्सर सामाजिक विषयों पर फिल्म बनाने की रामोजी राव की अनोखी शैली से उन्हें वाहवाही मिली।

रामोजी राव को 2016 में दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उन्हें कई अन्य पुरस्कार एवं कुछ विश्वविद्यालयों द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी प्रदान की गयी।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia