साल 2018 के रेमन मैग्सेसे पुरस्कार की घोषणा, विजेताओं में दो भारतीय भी शामिल

साल 2018 के रेमन मैग्सेसे पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। भारत के डॉ. भरत वाटवाणी और सोनम वांगचुक को अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए विजेताओं की सूची में शामिल किया गया है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

साल 2018 के लिए एशिया का नोबेल माने जाने वाले रेमन मैग्सेसे पुरस्कारों की घोषमा कर दी गई है। इस साल इस प्रतिष्ठित अवार्ड के लिए 6 लोगों को चुना गया है, जिसमें दो भारतीय नागरिक डॉ भरत वाटवाणी और सोनम वांगचुक भी शामिल हैं। मुंबई के डॉ. भरत वाटवाणी को सड़क पर भीख मांगने वाले हजारों मानसिक तौर पर बीमार गरीबों के इलाज और उन्हें उनके परिवार वालों से मिलाने और लद्दाख के इंजीनियर और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक को शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए इस वर्ष के रेमन मैग्सेसे अवार्ड के लिए चुनाव गया है। बता दें कि मशहूर बॉलीवुड फिल्म 'थ्री इडियट्स' का मुख्य किरदार फुंसुख वांगड़ु, वांगचुक से ही प्रेरित था।

साल 2018 के रेमन मैग्सेसे पुरस्कार की घोषणा, विजेताओं में दो भारतीय भी शामिल

डॉ. भरत वाटवाणी ने मुंबई की सड़कों पर रह रहे मानसिक रोगियों को आश्रय देने, खाना मुहैया कराने, दिमागी इलाज कराने और परिवार से मिलवाने के मकसद से सन 1988 में श्रद्धा रिहैबिलिटेशन फाउंडेशन की स्थापना की थी। जो ना सिर्फ ऐसे लोगों का इलाज करता है बल्कि घर से बिछड़े ऐसे लोगों को उनके परिवार से भी मिलाता है। उनके इस सराहनीय प्रयास को पुलिस, सामाजिक कार्यकतार्ओं का भरपूर साथ मिला है।

वहीं लोकप्रिय बॉलीवुड फिल्म 'थ्री इडियट्स' की प्रेरणा सोनम वांगचुक को उत्तर भारत के दूरस्थ इलाकों में शिक्षा प्रणाली में अपने विशिष्ट व्यवस्थित, सहयोगी और समुदाय संचालित सुधार के लिए जाना जाता है, जिसने लद्दाखी युवाओं के जीवन में व्यापक तौर पर सुधार किया। सोनम वांगचुक ने एनआईटी श्रीनगर से इंजीनियरिंग की है। वांगचुक ने 1988 में इंजिनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद स्टूडेंट्स एजुकेशन ऐंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (एसईसीएमओएल) की स्थापना की। वांगचुक को एसईसीएमओएल परिसर को डिजाइन करने के लिए भी जाना जाता है जो पूरी तरह से सौर-ऊर्जा पर चलता है और खाना बनाने, प्रकाश या गर्मी के लिए जीवाश्म ईंधन का उपयोग नहीं करता है।

इस साल यह सम्मान पाने वाले अन्य विजेताओं में कंबोडिया के यौक चैंग, पूर्वी तिमोर के मारिया द लौर्डेस मार्टिस क्रूज, फिलीपींस के हॉवर्ड डी और वियतनाम के वो थी होंग येन शामिल हैं। यौक चैंग को इलाज और न्याय के लिए ऐतिहासिक स्मृति को संरक्षित करने, माटिर्ंस क्रूज को ईंट दर ईंट एक देखभाल समाज का निर्माण करने, हॉवर्ड डी को शांति, न्याय और आर्थिक विकास के मानव चेहरे का विजेता बनने और होंग येन को दिव्यांगों के लिए अवसरों का निर्माण करने के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार 31 अगस्त को फिलीपींस के सांस्कृतिक केंद्र के मुख्य थिएटर में प्रस्तुत किए जाएंगे।

एशिया का नोबेल पुरस्कार माने जाने वाले रेमन मैग्सेसे अवार्ड को एशिया के व्यक्तियों एवं संस्थाओं को अपने क्षेत्र में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य करने के लिए प्रदान किया जाता है। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के विजेताओं का चयन जाति, धर्म, राष्ट्रीयता, पंथ या लिंग से ऊपर उठकर किया जाता है। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है जो एशिया में मानव विकास के मुद्दों को साहस और रचनात्मकता के साथ हल करते हों और साथ ही उनके योगदान से समाज में बदलाव आया हो।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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