राज्यसभा में हंगामा जारी, बैठक पहले 12 और फिर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित

उपसभापति ने बताया कि पूर्व में दी गई व्यवस्था के अनुपालन में ये नोटिस अस्वीकार कर दिए गए। नोटिस अस्वीकार किए जाने पर विपक्षी सदस्यों ने कड़ा विरोध जताया और हंगामा करने लगे। कुछ सदस्य अपने स्थानों से आगे भी आ गए।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण बुधवार को राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक पुन: स्थगित कर दी गई।

हंगामे की वजह से सदन में आज भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया।

उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने सूचित किया कि नियत कामकाज स्थगित कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए उन्हें नियम 267 के तहत 25 नोटिस मिले हैं।

हरिवंश ने बताया कि कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह, रजनी अशोक राव पाटिल, नीरज डांगी, डॉ सैयद नासिर हुसैन, रेणुका चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के साकेत गोखले, महुआ मांझी, सुष्मिता देव, द्रमुक के तिरुचि शिवा और राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा सहित कुछ सदस्यों ने बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिए हैं।

उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी के संदीप कुमार पाठक तथा संजय सिंह ने अवैध अतिक्रमण हटाए जाने की वजह से विस्थापित हुए लोगों के मुद्दे पर तथा तृणमूल कांग्रेस के रीताव्रता बनर्जी ने बांग्लाभाषी प्रवासियों के साथ अन्य राज्यों में कथित भेदभाव के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिए हैं।


उपसभापति ने बताया कि पूर्व में दी गई व्यवस्था के अनुपालन में ये नोटिस अस्वीकार कर दिए गए। नोटिस अस्वीकार किए जाने पर विपक्षी सदस्यों ने कड़ा विरोध जताया और हंगामा करने लगे। कुछ सदस्य अपने स्थानों से आगे भी आ गए।

हरिवंश ने सदस्यों से अपने स्थानों पर जाने और शून्यकाल चलने देने की अपील की। शून्यकाल के तहत उन्होंने एमडीएमके सदस्य एम वाइको को अपना मुद्दा उठाने की अनुमति दी। हंगामे के बीच ही वाइको ने तमिलनाडु के मछुआरों को श्रीलंका की नौसेना द्वारा पकड़े जाने का मुद्दा उठाया।

इस बीच हंगामा तेज हो गया और हरिवंश ने सदन में व्यवस्था बनते न देख करीब 11 बजकर आठ मिनट पर बैठक दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे जब उच्च सदन की बैठक पुन: शुरू हुई तब पीठासीन अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने प्रश्नकाल शुरू करने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पी संदोष कुमार और फिर बीजू जनता दल की सुलता देव का नाम पुकारा। इसी बीच विपक्षी सदस्यों ने अपने अपने मुद्दों पर तत्काल चर्चा की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।


तिवाड़ी ने सदस्यों से शांत रहने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते हुए बीजेपी के भुवनेश्वर कालिता से अपना प्रश्न पूछने को कहा। लेकिन सदन में हंगामा थमते न देख उन्होंने बैठक को बमुश्किल एक मिनट के भीतर ही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया।

संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई सोमवार से शुरू हुआ है। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन में इस सत्र में अब तक शून्यकाल, प्रश्नकाल तथा अन्य विधायी कामकाज नहीं हो पाया है।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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