शरद पवार ने बताई लोकसभा चुनाव में बीजेपी के जीतने की वजह, कहा- बम ब्लास्ट की आरोपी को टिकट देना लोकतंत्र पर हमला

शरद पवार ने कहा कि बम ब्लास्ट की आरोपी को टिकट देना लोकतंत्र पर हमला है। उन्होंने कहा, ‘उस महिला को टिकट देना जिसपर मालेगांव बम ब्लास्ट जैसे गंभीर आरोप लगे हैं, लोकतंत्र को तोड़ने की कोशिश है। यह मध्य प्रदेश से चुनकर आई महिला के बारे में है।’

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने ईवीएम और सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर पीएम मोदी और बीजेपी पर हमला बोला है। शरद पवार ने ईवीएम के मुद्दे पर कहा कि समस्या ईवीएम या वीवीपैट को लेकर नहीं है, जहां लोग वोट करते हैं। समस्या अंतिम मतगणना के समय चुनाव अधिकारी और मशीन को लेकर है। उन्होंने कहा वकि ईवीएम जो वीवीपैट पर्ची दिखती है, उसे चुनाव अधिकारी के सामने नहीं रखी जाती है। जो वोट गिने जाते हैं वो दूसरी मशीन से होते हैं। तो जो आप वीवीपैट में देखते हैं, वह समान नहीं हो सकता है। ईवीएम की सेटिंग के लिए दो कंपनियां काम करती हैं। हम दिल्ली में तकनीशियनों और विपक्षी दलों के साथ इस पर चर्चा करेंगे।

पवार ने कहा कि अगर लोगों को पता चलता है कि वे जो वोट डाल रहे हैं वह उनकी पसंद के उम्मीदवार के लिए नहीं जा रहा है, तो वे अब विरोध दर्ज करा सकते हैं। ये लोग भविष्य में कानून हाथ में ले सकते हैं। हमें ऐसा नहीं होने देना चाहिए।

एनसीपी अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी ने पाकिस्तान हमले की बात कर समाज में दरार पैदा करने की कोशिश की। चुनावों के दौरान हम नोटंबदी और 15 लाख की बात करते रहे, लेकिन बीजेपी राष्ट्रीय सुरक्षा पर बात करती रही। लोग राष्ट्रवाद के बारे में चिंतित थे और इसलिए उन्हें वोट दिया। चुनाव के बाद कोई भी इसके बारे में बात नहीं कर रहा है।

शरद पवार ने सितंबर 2008 के मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को लोकसभा चुनाव में टिकट दिए जाने पर भी बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बम ब्लास्ट की आरोपी को टिकट देना लोकतंत्र पर हमला है। उन्होंने कहा, ‘उस महिला को टिकट देना जिसपर मालेगांव बम ब्लास्ट जैसे गंभीर आरोप लगे हैं, लोकतंत्र को तोड़ने की कोशिश है। यह मध्य प्रदेश से चुनकर आई महिला के बारे में है।’


राज्यसभा सांसद पवार ने कहा कि मैं यह नहीं मान सकता कि एक मुसलमान जुमा के रोज ब्लास्ट करेगा जो कि उस समुदाय का पवित्र दिन माना जाता है। पवार ने कहा कि उन्होंने इस मामले में मुसलमानों की गिरफ्तारी का विरोध किया था जिसके बाद तत्कालीन मुबंई एटीएस चीफ हेमंत करकरे ने प्रज्ञा ठाकुर को गिरफ्तार किया था।

उन्होंने आगे कहा, ‘मालेगांव ब्लास्ट शुक्रवार को एक मस्जिद में हुआ था। मैं यह नहीं मान सकता कि एक मुसलमान जुमा के रोज ब्लास्ट करेगा, इस वजह से मैंने इस घटना में शुरुआत में हुई गिरफ्तारी का विरोध किया था। इसके बाद हेमंत करकरे ने उसे गिरफ्तार किया जो कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान संसद में बैठेगी।’

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