गौरी लंकेश हत्याकांड : नाटे कद के हत्यारे ने नजदीक से मारी गोलियां
प्रसिद्ध पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या से जुड़े कुछ अहम सुराग सीसीटीवी फुटेज में मिले हैं, जिनके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
प्रसिद्ध पत्रकार ने गौरी लंकेश की हत्या से जुड़े कुछ अहम सुराग सीसीटीवी फुटेज में मिले हैं, जिनके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। मंगलवार शाम करीब 8 बजे गौरी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। कर्नाटक सरकार ने एसआईटी यानी विशेष जांच दल बनाकर इस हत्याकांड की तफ्तीश शुरु की है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी की बहुत बारीकी से जांच की जा रही है और उससे कुछ अहम सुराग भी मिले हैं। पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि गौरी लंकेश की हत्या से पहले बाकायदा हत्यारों ने रेकी (पहले से अभ्यास करना) की थी।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में हत्यारों के बारे में जानकारी मिली है। माना जा रहा है वे पेशवर हत्यारे थे और शार्प शूटर थे।
पुलिस के मुताबिक गौरी लंकेश शाम के वक्त कहीं से राजराजेश्वरी नगर में अपने घर लौटी थीं। तभी बरामदे में उन्हें गोली मारी गई। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उनका शव बाहर पड़ा हुआ था। पुलिस का कहना है कि हत्यारों ने उनपर सात गोलियां चलायीं, जिनमें से तीन उन्हें लगीं। पुलिस का कहना है कि हमले में तीन लोग शामिल थे।
पुलिस ने गौरी के गैरेज के ऊपर लगे सीसीटीवी फूटेज की जांच की है। सूत्रों के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज में हत्या का जो सीक्वेंस नजर आ रहा है उसके मुताबिक:
- एक सफेद रंग की इटिओस कार आकर रुकती है और उसमें से गौरी लंकेश नीचे उतरती हैं।
- वह अपने घर के छोटे गेट को खोलकर बड़े गेट की तरफ बढ़ती हैं ताकि उसे खोलकर कार को अंदर ले जा सकें
- जिस वक्त वह बड़ा गेट खोलने वाली थीं, तभी पीछे से किसी वाहन (संभवत: कोई मोटरसाइकिल) की हेडलाइट नजर आती है
- इसके फौरन बाद छोटे कद का एक आदमी उनकी तरफ आता है। ये आदमी हेल्मेट पहने हुए है। ये व्यक्ति गौरी पर नजदीक से गोलियां चलता है
- गौरी पलटती हैं, लेकिन वह फिर नीचे गिर जाती हैं
- गौरी जब गिरकर शांत हो जाती हैं, तो हमलावर वहां से चला जाता है और मौके से फरार हो जाता है।
इस बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि हत्यारों की तलाश के लिए क्या-क्या कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस की तीन टीमें जांच में जुटी हैं ताकि किसी भी पहलू को नजरंदाज़ न किया जा सके। इसके अलावा आईजी स्तर के एक अधिकारी की अगुवाई में एसआईटी बनायी गयी है। सिद्धारमैया ने बताया कि गौरी लंकेश और एम एम कलबुर्गी की हत्या में काफा समानताएं हैं। उन्होंने कहा कि दोनों ही हत्याओं में एक ही किस्म के हथियार का इस्तेमाल किया गया है। एसआईटी और पुलिस की दूसरी टीमें इसी बात को ध्यान में रखकर जांच को आगे बढ़ा रही हैं। पुलिस ने गौरी की हत्या के सिलसिले में उन दो लोगों से पूछताछ की है जिन्होंने पिछले दिनों गौरी लंकेश के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणियां की थीं।
आखिर क्या है इन हत्याओं में समानता :
- कर्नाटक सीआईडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि गौरी की हत्या 7.65 एम एम पिस्टल से की गयी है। पनसारे, डाभोलकर और कलबुर्गी की हत्या भी ऐसे ही हथियार से हुई थी।
- गौरी लंकेश को काफी करीब से गोलियां मारी गयीं। पनसारे, कलबुर्गी और डाभोलकर को भी काफी करीब से गोलियां मारी गई थीं।
पुलिस ने गौरी के घर में लगे चार सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को अपने कब्जे में लिया है। एक कैमरे में हत्यारा साफ नजर आ रहा है। पुलिस का कहना है कि तीन हत्यारों ने गौरी लंकेश का दो बाइक पर पीछा किया और उनके घर तक आए। पुलिस के मुताबिक पहली गोली चूक गयी थी, लेकिन उन्हें तीन गोलियां काफी नजदीक से लगी थीं। इनमें से दो उनके सीने में एक पेट में लगी। पुलिस ने इसके अलावा भी आसपास लगे करीब 30 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को जांच के लिए अपने कब्जे में लिया है।
इस बीच गौरी के भाई इंद्रजीत लंकेश ने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज में पूरा मामला रिकॉर्ड हुआ है। उन्होंने कहा कि, “गौरी के फोन में भी काफी महत्वपूर्ण जानकारी और सूचनाएं मिल सकती हैं। बहुत सारे सुराग हैं, और उम्मीद है कि जल्द ही हत्यारे और दोषी पकड़े जाएंगे।”
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Published: 06 Sep 2017, 7:56 PM