देश के युवाओं का भविष्य चोरी करना मोदी सरकार की आदत, भर्ती परीक्षा पेपर लीक माफियाओं के हवाले: खड़गे
खड़गे ने कहा, “पिछले 11 वर्षों में बीजेपी ने हमारे युवाओं के भर्ती परीक्षा से नौकरी मिलने तक के सफ़र को पेपर लीक माफियाओं के हवाले कर दिया है। बीजेपी-आरएसएस ने शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है।”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के खिलाफ दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर दिल्ली पुलिस द्वारा बल प्रयोग करने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा छात्रों पर लाठीचार्ज निंदनीय है।
एसएससी की परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के विरोध में रविवार को रामलीला मैदान में हजारों छात्र एकत्र हुए थे। बाद में पुलिस द्वारा बल का प्रयोग कर उन्हें हटाया गया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया। कुछ छात्राओं को खींचा गया और धक्का-मुक्की की गई, जिससे कई लोग घायल भी हुए।
'देश के युवाओं का भविष्य चोरी करना मोदी सरकार की आदत'
कांग्रेस अध्यक्ष ने पुलिस द्वारा बल प्रयोग का विरोध करते हुए सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “देश के युवाओं का भविष्य चोरी करना मोदी सरकार की आदत बन चुकी है। दिल्ली के रामलीला मैदान में एसएससी परीक्षाओं में धांधली के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर मोदी सरकार की कठपुतली पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज घोर निंदनीय है।“
भर्ती परीक्षा पेपर लीक माफियाओं के हवाले
खड़गे ने कहा, “पिछले 11 वर्षों में बीजेपी ने हमारे युवाओं के भर्ती परीक्षा से नौकरी मिलने तक के सफ़र को पेपर लीक माफियाओं के हवाले कर दिया है। बीजेपी-आरएसएस ने शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है। देश के युवा आक्रोशित हैं, अब देश के युवा ये अन्याय नहीं सहेंगे!”
SSC की परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं का विरोध
बता दें, कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के विरोध में रविवार को रामलीला मैदान में भारी संख्या में छात्र एकत्र हुए और इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। लेकिन देर रात तनाव की स्थिति पैदा हो गई। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें जबरन हटाने की कोशिश की और विरोध करने पर बल प्रयोग भी किया।
पुलिस ने महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया!
अभ्यर्थियों ने बताया कि रविवार शाम करीब पांच बजे प्रदर्शन स्थल की बिजली काट दी गई। इसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया। कुछ छात्राओं को खींचा गया और धक्का-मुक्की की गई, जिससे कई लोग घायल भी हुए।