सीबीएसई पेपर लीक: छात्रों ने जंतर-मंतर पर किया प्रदर्शन, लीक के लिए बोर्ड और सरकार को ठहराया जिम्मेदार

सीबीएसई पेपर लीक मामले में छात्रों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर बोर्ड और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का कहना है कि पूरे मामले के लिए बोर्ड और सरकार जिम्मेदार है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

सीबीएसई बोर्ड के 12वीं का अर्थशास्त्र और 10वीं का गणित का प्रश्नपत्र लीक होने और उसके बाद दोबारा परीक्षा कराने के बोर्ड के फैसले का छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया। दिल्ली के जंतर-मंतर पर छात्रों ने प्रदर्शन किया और सीबीएसई बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का आरोप है कि पूरे मामले के लिए बोर्ड और सरकार जिम्मेदार है। छात्रों की मांग है कि या तो सभी विषयों की परीक्षा हो या फिर किसी भी विषय की परीक्षा ना हो।

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सीबीएसई पेपर लीक मामले में दो केस दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली-एनसीआर में कई जगहों पर छापेमारी की है। साथ ही पुलिस ने करीब 25 लोगों से पूछताछ भी की है, जिसमें से ज्यादातर छात्र शामिल हैं। जिन छात्रों से पूछताछ हुई उनके पास से हाथ से लिखे प्रश्‍नपत्र पाए गए हैं।

बताया जा रहा है कि सीबीएसई ने दिल्‍ली पुलिस को दी अपनी शिकायत में राजेंद्र नगर के एक व्यक्ति का नाम बताया है, जिस पर पेपर लीक कराने में शामिल होने का शक है। सीबीएसई के अनुसार, यह शख्‍स एक कोचिंग सेंटर चलाता है। कोचिंग सेंटर के मालिक को हिरासत में लेकर पुलिस फिलहाल उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिरकार पेपर कहां से लीक हुआ और व्‍हाट्सएप पर कैसे लोगों तक पहुंचा। पुलिस ने आपीसी की धारा 420, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया है।

वहीं इसी मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रकाश जावड़ेकर ने पेपर लीक को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “मैं अभिभावकों और छात्रों के दर्द को समझ सकता हूं। मैं भी नहीं सो सका, मैं भी एक अभिभावक हूं। पेपर लीक मामले में जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

सीबीएसई पेपर लीक मामले को लेकर कांग्रेस ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। कांग्रेस ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई की अध्यक्ष अनिता करवाल को उनके पद से हटाने की मांग की है। मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रकाश जावड़ेकर और अनिता करवाल को हटाए बिना निष्पक्ष जांच नामुमकिन है। सुरजेवाला ने कहा कि पेपर लीक मामले की जानकारी होने के बावजूद सीबीएसई की अध्यक्ष ने पूरे मामले को दबाए रखा, ऐसे में उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।

सुरजेवाला ने कहा, “पहले व्यापमं फिर एसएससी और अब सीबीएसई का पेपर लीक हुआ है। छात्रों के मुताबिक, कुछ और पेपर भी लीक हुए हैं।” सुरजेवाला ने 2 साल तक सीबीएसई अध्यक्ष के पद पर किसी की नियुक्ति नहीं पर भी सवाल उठाए। उन्होंने सरकार से पूछा कि 2 साल तक सीबीएसई का अध्यक्ष पद क्यों खाली रहा।

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Published: 29 Mar 2018, 1:25 PM