उत्तर प्रदेश में संगीत का राजनीतिक तांडव, योगी के डीजे की धुन पर नाच रहे हैं कांवड़िये

गाने में सीएम योगी को अंगारों से खेलने वाला और बहू-बेटियों का रक्षक बताया गया है। साथ ही योगी को गुंडों को मरवाने वाला भी बताया गया है। हालांकि, इस गीत की खास बात ये है कि इसमें सीएम योगी के भविष्य में प्रधानमंत्री बनने की तरफ भी इशारा किया गया है।

फोटोः आस मोहम्मद कैफ
फोटोः आस मोहम्मद कैफ
user

आस मोहम्मद कैफ

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कावंड़ यात्रा इस समय अपने पूरे चरम पर है। एक अनुमान के मुताबिक 2 करोड़ से ज्यादा शिवभक्त इस बार हरिद्वार में गंगाजल लेने पहुंच रहे हैं। जलाभिषेक 9 अगस्त को है। बीजेपी सरकार पर कुंभ के बाद प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े आयोजन बन चुके इस कांवड़ यात्रा का राजनीतिकरण करने का आरोप लग रहा है।

दरअसल इसकी वजह इस बार कांवड़ यात्रा में डीजे पर बज रहा एक गाना है, जिसे बीजेपी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सह संयोजक संतराम बंजारा ने लिखा है और युवा भजन गायिका चंचल बंजारा ने गाया है। यह वही चंचल बंजारा हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हुए पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के उद्घटान समारोह में स्वागत गीत पेश करने के लिए आमंत्रित किया गया था।

कांवड़ यात्रा में बजाए जा रहे इस गीत के जरीये प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गुणगान किया जा रहा है और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तीखी आलोचना की जा रही है। इस वजह से यह गाना विवादों के केंद्र में आ गया है। इस गाने के बोल हैं, “डीजे बजवा दिया योगी ने, रंग जमा दिया योगी ने... अखिलेश ने हुक्म चलाया था, डीजे बंद करवाया था... 2017 के इलेक्शन में, भोलों ने उसे हराया था, छक्के छुड़वा दिए योगी ने, भोले नचवा दिए योगी ने।

गाने के इन बोलों पर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई है। गाने में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कांवड़ के खलनायक के तौर पर पेश किया गया है। इस गाने को योगी के समर्थक सोशल मीडिया पर लगातार शेयर कर रहे हैं। गाने में सीएम योगी को अंगारों से खेलने वाला और बहू-बेटियों का रक्षक भी बताया गया है। साथ ही योगी को गुंडों को मरवाने वाला भी बताया गया है। हालांकि, इस गीत की एक और खास बात ये है कि इसमें सीएम योगी के भविष्य का प्रधानमंत्री बनने की तरफ भी इशारा किया गया है।

समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव मनीष जगन के अनुसार, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद को हिन्दू हितेषी दिखाना चाहते हैं, जबकि बीजेपी सरकार से सभी लोग परेशान हैं। बहुसंख्यक आबादी होने के कारण हिन्दू सबसे ज्यादा परेशान हैं। सिर्फ डीजे बजवाने से क्या उनकी सभी परेशानी दूर हो जाएगी!” मनीष के अनुसार डीजे पर रोक उच्च न्यायालय ने लगाई थी, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम लिया जाना पूरी तरह गलत है। सपा नेता ने कहा कि डीजे पर अभी भी पाबंदी है और इसे बजवाना न्यायालय के आदेश का सीधा-सीधा उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भी बीजेपी की सरकार है, मगर हरिद्वार में डीजे पर पाबंदी है। ऐसा फैसला ध्वनि प्रदूषण और भोले के भक्तों की सुरक्षा के लिए लिया गया है।

इस गाने को लिखने वाले संतराम बंजारा बीजेपी के नेता हैं। बंजारा कहते हैं, “यह गाना मैंने जनभावना के आधार पर लिखा है। हिन्दुओ में कांवड़ यात्रा में डीजे बजने को लेकर बहुत खुशी का माहौल है। इसे अखिलेश सरकार ने बंद कराया था, मगर योगी जी ने बजवाया है।” इस गीत को गाने वाली चंचल बंजारा गीतकार सन्तराम बंजारा की बेटी हैं। चंचल कहती हैं कि इस गीत को गाने के बाद वह सेलिब्रिटी बन गयी हैं और सोशल मीडिया पर हजारों लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।

वहीं, इस गाने के बोल को लेकर सपा नेताओं में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। सपा नेता फिरोज आफताब के अनुसार, “यह अखिलेश यादव की छवि को खराब करने की साजिश है। बीजेपी अपने विपक्षी नेताओं की छवि खराब करने के लिए इसी तरह के षड़यंत्र करती है। कांवड़ यात्रा को राजनीतिक रंग दे दिया गया है।” सपा नेता ने कहा कि बीजेपी धर्म को हाइजैक कर रही है। उत्तराखंड में डीजे पर पाबंदी है, तो क्या वहां हिन्दू विरोधी सरकार है! उन्होंने कहा कि “बेहतर है कि योगी सरकार कामकाज पर ध्यान दे। कांवड़ यात्रा धार्मिक आस्था का प्रश्न है, जिसमें सियासत करना अच्छी सोच नहीं है।” वहीं लोगों का कहना है कि धर्म और कथित राष्ट्रवाद की यह राजनीति अब सीधे आरोप-प्रत्यारोप पर उतर आई है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia