'पहले ही सबकुछ तय हो जाना है तो चुनाव लड़कर भी कोई क्या करेगा?', चुनाव बहिष्कार पर तेजस्वी को मिला विपक्षी खेमे का समर्थन

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने तेजस्वी यादव के बयान पर कहा, "चुनाव आयोग एक राजनीतिक संस्था बन गया है। बीजेपी जिस-जिस को बोलेगी, उसे ही वोटर लिस्ट में रखा जाएगा और जिसे मंजूर नहीं किया जाएगा, उसका नाम हटा दिया जाएगा।"

चुनाव बहिष्कार पर तेजस्वी को मिला विपक्षी खेमे का समर्थन
चुनाव बहिष्कार पर तेजस्वी को मिला विपक्षी खेमे का समर्थन
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नवजीवन डेस्क

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के विधानसभा चुनाव को बायकॉट करने के संकेत पर सियासी पारा चढ़ गया है। बिहार के पूर्णिया से निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने तेजस्वी यादव के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो सभी सदस्य इस्तीफा देंगे।

सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता हैं और वे इस पर (एसआईआर) सभी से बात करेंगे। हमारे लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण सर्वोच्च न्यायालय और सदन है। सदन सर्वोच्च है और यहीं से संविधान बनता है। जब कभी कोई संविधान के ऊपर हो जाए तो फिर सदन में उस पर चर्चा होगी। मैं मानता हूं कि कोई भी सुपर पावर इस देश में सदन से ऊपर नहीं है। अगर जरूरत पड़ेगी तो सभी लोग इस्तीफा देंगे और फिर इस मुद्दे पर बात होगी।"

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने तेजस्वी यादव के बयान पर कहा, "चुनाव आयोग एक राजनीतिक संस्था बन गया है। बीजेपी जिस-जिस को बोलेगी, उसे ही वोटर लिस्ट में रखा जाएगा और जिसे मंजूर नहीं किया जाएगा, उसका नाम हटा दिया जाएगा। इसलिए वे संसद में हमारे मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं कर रहे हैं।"


कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने तेजस्वी यादव के बयान पर कहा, "अगर चुनाव लूट लेना है और पहले ही सबकुछ तय हो जाना है तो चुनाव लड़कर भी कोई क्या करेगा? मैं मानता हूं कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है और चुनाव आयोग को होश में आना चाहिए। अगर वे सरकार की कठपुतली बनकर चलेंगे तो देश में लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं बचेगी।"

 कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "एसआईआर लोकतंत्र की बुनियाद में सेंध लगा रहा है। हर बार बुनियादी चुनावी सुधारों में संशोधन किया गया है, नए लोगों को केवल अपना पहचान प्रमाण दिखाने की आवश्यकता होती है। जेडीयू सांसद गिरधारी यादव ने भी दावा किया कि उन्हें सभी दस्तावेज इकट्ठा करने में काफी समय लगा है, इसलिए आम लोगों की स्थिति पर विचार करना चाहिए।"

झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने तेजस्वी यादव के बयान का जिक्र करते हुए कहा, "बिहार में जो कुछ हो रहा है, उसे लेकर तेजस्वी यादव की चिंता स्वाभाविक है। जब पत्रकार इन मुद्दों को उजागर करते हैं और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाती है, तो इससे पता चलता है कि सिस्टम में कहीं न कहीं कुछ अव्यवस्था है। अगर उन्होंने इस तरह की चिंता व्यक्त की है तो हो सकता है कि आने वाले दिनों में पूरा विपक्ष उनका साथ दे। मुझे लगता है कि विपक्ष को एकजुट रहना चाहिए।"

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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