यह आम चुनाव संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव, देश के किसान और युवाओं का कोई सुनने वाला नहीं: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि यह आम चुनाव संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव है। उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव संविधान और लोकतंत्र बचाने वाला चुनाव है। यह चुनाव पिछड़ों का, दलितों का, आदिवासियों का, और सामान्य जाति के गरीबों का है।’’

राहुल गांधी ने कहा कि यह आम चुनाव संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव है।
राहुल गांधी ने कहा कि यह आम चुनाव संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव है।
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)-नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के किसान अपनी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और युवा रोजगार मांग रहे हैं, महिलाएं महंगाई से राहत चाहती हैं, लेकिन उनका कोई सुनने वाला नहीं है।

गांधी ने कहा कि यह आम चुनाव संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव है। उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव संविधान और लोकतंत्र बचाने वाला चुनाव है। यह चुनाव पिछड़ों का, दलितों का, आदिवासियों का, और सामान्य जाति के गरीबों का है।’’

उन्होंने कहा कि देश में दो सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी और महंगाई है। उन्होंने कहा, “किसी से भी पूछो… देश में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है.. महंगाई दूसरा बड़ा मुद्दा है।”

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘नब्बे प्रतिशत लोग आपको कहेंगे… पहले नंबर पर बेरोजगारी.. दूसरे पर महंगाई... लेकिन अगर आप भारतीय मीडिया से पूछेंगे या मीडिया को देखेंगे तो आपको लगेगा कि सबसे जरूरी मुद्दा अंबानी जी (के बेटे) की शादी है। मीडिया में 24 घंटा नरेन्द्र मोदी जी का चेहरा दिखेगा.. कभी वह समुद्र के नीचे जायेंगे.. कभी ‘सी प्लेन’ में उड़ते दिखेंगे, कभी थाली बजाते दिखेंगे.. तो कभी मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट चमकाने को बोलेंगे।’’


उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया का काम जनता का मुद्दा उठाना है। मगर मीडियाकर्मी जनता की आवाज, जनता के मुद्दों के बारे में कभी बात नहीं करते.. यदि ये लोग बोलना भी चाहें तो इनके मालिक इन्हें नहीं बोलते देंगे। मीडिया पर जिन 'अरबपति' मालिकों का नियंत्रण होता है, वे इन्हें बोलने नहीं देंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया में 2-3 प्रतिशत लोगों को रोजगार मिलता है, 15-20 लोग मीडिया पर नियंत्रण रखते हैं और ये लोग 24 घंटे मोदी की जय-जयकार करते हैं।’’

राहुल ने दावा किया कि नरेन्द्र मोदी ने हिंदुस्तान के 25-30 सबसे अमीर लोगों का इतना कर्ज माफ किया है कि उतने पैसे से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना में 24 साल का भुगतान किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘हिन्दुस्तान के सबसे अमीर 22 लोगों के पास उतना ही धन है, जितना 70 करोड़ लोगों के पास है। एक तरफ 70 करोड़ लोग.. उसमें पिछडे वर्ग, दलित आदिवासी, गरीब लोग और दूसरी तरफ 22 लोग।...सत्तर करोड़ में से किसान कह रहे हैं, हमें एमएसपी दे दीजिये… युवा कह रहा है हमें रोजगार दे दीजिये.. महिलाएं कह रही हैं महंगाई से हमें बचाइए...(लेकिन) कोई सुननेवाला नहीं।’’


उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार (यदि सत्ता में आई तो) सबसे पहले जातीय जनगणना कराएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बनने पर सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और सरकार में संविदा मजदूरी को खत्म किया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि मोदी ने ‘अरबपतियों’ का कर्ज माफ कर दिया, लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी सीधा कह देते है.. मैं किसानों को एमएसपी नहीं दूंगा.. आप (किसान) आतंकवादी हैं.. और मैं एमएसपी नहीं दूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हिन्दुस्तान के इतिहास में पहली बार किसान कर दे रहा है। हमारी सरकार एमएसपी लागू करेगी। यदि मोदी उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर सकते हैं तो कांग्रेस किसानों का कर्ज माफ करेगी।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनावी बॉण्ड के माध्यम से बड़े उद्योगपतियों से पैसे लिये हैं। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव देश के गरीब लोगों और 22-25 अरबपतियों के बीच की लड़ाई है।

उन्होंने कहा कि ‘‘सेना अग्निपथ योजना नहीं चाहती थी, लेकिन इसे नरेन्द्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री कार्यालय से लागू की है। जैसे ही हमारी सरकार आएगी अग्निपथ योजना को हम रद्द कर देंगे।’’


गांधी ने लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र में किए गए वादों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पार्टी के सत्ता में आते ही उन सभी वादों को पूरा किया जाएगा।

यह रैली लोकसभा चुनाव में बीकानेर से कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद राम मेघवाल और गंगानगर से कुलदीप इंदौरा के समर्थन में आयोजित की गई थी।

सभा को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी संबोधित किया।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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