ज्वार, बाजरा, रागी जैसे मोटा अनाजों को वित्तमंत्री ने दिया श्री अन्न का नाम, कृषि में स्टार्टअप को बढ़ावा देने का ऐलान

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोटे अनाज यानी मिलेट को नया नाम भी दिया है। उन्होंने कहा कि मिलेट को हम श्री अन्न कह सकते हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश कर रही हैं। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट है। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले के इस बजट को काफी अहम माना जा रहा है। वहीं दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं की रफ्तार धीमी हो गई है और संभावित मंदी की ओर जा रही हैं। इस लिहाज से भी यह बजट बेहद अहम माना जा रहा है। बजट में कृषि क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की बात कही जा रही है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में मिलेट पर विशेष ध्यान दिया है।  

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत मिलेट को लोकप्रिय बनाने में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाजों के सेवन से आदमी सेहतमंद रहता है। इन अनाजों में पोषण की मात्रा अच्छी रहती है, इसलिए खाने में इनका ज्यादा इस्तेमाल होना चाहिए। वित्त मंत्री ने कहा कि हम मोटे आनजों के उत्पादन में दूसरे देशों से बहुत आगे हैं। हम कई तरह के अनाजों का उत्पादन करते हैं। हम ऐसे कई अनाजों का उत्पादन करते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इनमें ज्वार, बाजरा, रागी और अन्य अन्न हैं।


वित्त मंत्री ने मोटे अनाज यानी मिलेट को नया नाम भी दिया है। उन्होंने कहा कि मिलेट को हम श्री अन्न कह सकते हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि अब भारत को अन्न का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए हैदराबाद के केंद्र को जिसे श्री अन्न केंद्र भी कह सकते हैं, इसे उत्कृष्टता का केंद्र बनाया जाएगा। इसके अलावा कृषि में स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जाएगा। स्टार्टअप के लिए कृषि निधि बनाई जाएगी। एग्रीकल्चर एक्सेलेरेटर फंड बनाया जाएगा। बागवानी योजनाओं के लिए 2200 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।

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