नितिन गडकरी ने भी दोहराए वही मुद्दे, जिनपर जारी है कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा, बोले- हम गरीबों के अमीर देश

नितिन गडकरी ने कहा कि, 'एक समृद्ध देश होने के बावजूद यहां के लोग गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, जातिवाद, अस्पृश्यता और महंगाई का सामना कर रहे हैं। यहां अमीर और गरीब लोगों के बीच की खाई और गहरी होती जा रही है, इस खाई को पाटने की जरूरत है।'

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर से कुछ ऐसा कहा है जो शायद पीएम मोदी को पसंद न आए। दरअसल नितिन गडकरी ने देश में बढ़ रहे अमीर-गरीब की खाई को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘एक समृद्ध देश होने के बावजूद यहां के लोग गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, जातिवाद, अस्पृश्यता और महंगाई का सामना कर रहे हैं। यहां अमीर और गरीब लोगों के बीच की खाई और गहरी होती जा रही है, इस खाई को पाटने की जरूरत है।

ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बढ़ रही असमानता

नितिन गडकरी गुरुवार को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संगठन भारत विकास परिषद के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के ये 124 आकांक्षी जिले सामाजिक और शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में पिछड़ रहे हैं। देश में शहरी क्षेत्रों में खूब विकास हुआ है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में सुविधाओं और अवसरों की कमी के कारण एक बड़ी आबादी शहरों की ओर पलायन कर कर रही है।


'हम गरीब आबादी वाले समृद्ध राष्ट्र'

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं और पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, लेकिन यहां असामनता बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा कि भारत एक गरीब आबादी वाला अमीर राष्ट्र है। नितिन गडकरी अपने बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहते हैं। उन्हें देश के असल मुद्दे उठाने वाले नेता के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि हमारी जनसंख्या भुखमरी, बेरोजगारी, गरीबी, मुद्रास्फीति, जातिवाद, छुआछूत का सामना कर रही है। ये कारक समाज की प्रगति के लिए अच्छे नहीं हैं।

आम जनता की कठिनाइयों को सामने लाना ही यात्रा का मकसद: राहुल

बता दें कि इन्हीं मद्दों को लेकर कांग्रेस पार्टी भारत जोड़ो यात्रा कर रही है। यात्रा के दौरान राहुल गांधी भी इन्हीं मुद्दों को उठाते रहे हैं। शुक्रवार को कर्नाटक में यात्रा के प्रवेश करने पर उन्होंने कहा कि, 'यह यात्रा संविधान को बचाने के लिए निकाला जा रहा है। संविधान के बगैर तिरंगा अर्थहीन है।' कांग्रेस नेता ने कहा कि यात्रा के जरिए लोगों की समस्याओं को भी आगे लाया जा रहा है। उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के शोषण और पब्लिक सेक्टर यूनिट के निजीकरण का जिक्र किया और बताया कि आम जनता इन कठिनाइयों से जूझ रहीं हैं। उन्होंने कहा, 'इस यात्रा का मकसद भाषण देना नहीं बल्कि आपको सुनना है।'

'सत्ता में बने रहने के लिए की जाती है राजनीति'

इससे पहले नितिन गडकरी ने देश के ताजा राजनीतिक हालात को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि कभी-कभी मन करता है कि राजनीति छोड़ दूं। उन्होंने कहा कि आजकल राजनीति बहुत बदल गई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि महात्मा गांधी के समय राजनीति देश और समाज के विकास के लिए की जाती थी लेकिन अब समय बदल गया है। अब राजनीति सत्ता में बने रहने के लिए की जाती है। उन्होंने आगे कहा कि ये समझना बहुत जरूरी है कि राजनीति का क्या मतलब है। क्या यह समाज, देश के कल्याण के लिए है या सरकार में रहने के लिए।

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