'चुराए गए वोटों पर टिकी है सरकार की नींव', कन्हैया का दावा- ये महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्याओं को दूर नहीं कर सकते

कन्हैया ने कहा कि जब अपराधी शासन चलाते हैं तो उसे सुशासन नहीं कहा जा सकता। उनके मुताबिक, लोकतंत्र को बचाने के लिए वोट चोरी रोकना और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना सर्वाधिक आवश्यक है।

कन्हैया कुमार की तस्वीर
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के प्रभारी कन्हैया कुमार ने सोमवार को आरोप लगाया कि ‘‘वोट चोरी’’ के खिलाफ लड़ाई असल में लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का संघर्ष है। पटना में आयोजित होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से पूर्व कन्हैया कुमार ने कहा कि जिस सरकार की नींव चुराए गए वोटों पर टिकी हो, वह बेरोजगारी, महंगाई और पलायन जैसी समस्याओं को दूर नहीं कर सकती।

कन्हैया का आरोप

उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी सरकारें केवल परीक्षा पत्र लीक कराने और गुंडागर्दी को बढ़ावा देने में लगी रहती हैं।

कन्हैया ने कहा कि जब अपराधी शासन चलाते हैं तो उसे सुशासन नहीं कहा जा सकता। उनके मुताबिक, लोकतंत्र को बचाने के लिए वोट चोरी रोकना और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना सर्वाधिक आवश्यक है।


सदाकत आश्रम का ऐतिहासिक महत्व 

सीडब्ल्यूसी की बैठक सदाकत आश्रम में हो रही है। इस स्थान के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा ‘‘यह जगह केवल कांग्रेस का दफ्तर नहीं, बल्कि स्वतंत्रता आंदोलन की गवाही देने वाला स्थल है। यह देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का निवास भी रहा है। ’’

उन्होंने हाल में सदाकत आश्रम पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा कि जो लोग गांधी के हत्यारे की पूजा करते हैं, उन्होंने इस धरोहर को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी।

कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता हो रहे शामिल

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित कई वरिष्ठ नेता इस बैठक में शामिल हो रहे हैं।

राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस पूरे देश में वोट चोरी, बेरोजगारी, महंगाई और अपराध जैसे मुद्दों पर मुखर रहेगी।


बैठक को लेकर क्या बोले कांग्रेस नेता?

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि बिहार ने हमेशा नई राजनीतिक दिशा दी है और यह बैठक भी राष्ट्रीय राजनीति पर गहरा असर डालेगी।

सीडब्ल्यूसी की बैठक के एजेंडे में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति, बेरोजगारी और महंगाई पर ठोस कदम तथा वोट चोरी के खिलाफ आंदोलन को तेज करने जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।

पीटीआई के इनपुट के साथ